Cricket in Bihar: पटना. राजगीर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम सह खेल अकादमी और राजधानी पटना में बापू टावर का निर्माण इस साल पूरा हो जायेगा. इन दोनों परियोजनाओं का पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निरीक्षण कर गुणवत्ता पूर्ण तरीके से निर्माण पूरा करने के जरूरी निर्देश दिये थे. राजगीर में बन रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण करीब 730 करोड़ रुपये की लागत से करीब 91 एकड़ जमीन पर हो रहा है. इसमें करीब 45 हजार लोग एक साथ बैठ सकेंगे. इन दोनों परियोजनाओं का निर्माण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर भवन निर्माण विभाग की देखरेख में हो रहा है. अगले छह महीने में यह स्डेडियम बनकर तैयार हो जायेगा और उम्मीद की जा रही है कि इसी साल यहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच का आयोजन होगा.
होंगी कई प्रकार की सुविधाएं
राजगीर क्रिकेट स्टेडियम परियोजना का निर्माण एसपीसीएल (शापूरजी पल्लोनजी) कर रही है. इस स्टेडियम में आवासीय सुविधाएं, एक इनडोर खेल हॉल, शैक्षणिक और विश्वविद्यालय ब्लॉक, कोच छात्रावास, लड़कियों और लड़कों के छात्रावास, स्विमिंग पूल का निर्माण पूरा होने वाला है. हॉकी के मैदान और एथलेटिक ट्रैक वर्क में एस्ट्रोटर्फिंग का काम एडवांस स्टेज में है. आउटडोर स्टेडियम में कंक्रीट का काम चल रहा है. एजेंसी को परियोजना विशेषकर आउटडोर स्टेडियम को शीघ्र पूरा करने के लिए अतिरिक्त संसाधन लगाने के लिए कहा गया है.
Also Read: Electricity In Bihar: नबीनगर सुपर थर्मल के विस्तार को मंजूरी, 800 मेगावाट की लगेंगी तीन नयी इकाइयां
लगभग पूरा हो चुका है बापू टावर का निर्माण
इसके साथ ही राजधानी पटना में निर्माणाधीन बापू टावर के निर्माण का सिविल कार्य पूरा हो चुका है. इसमें प्रदर्श लगाने का काम तेजी से चल रहा है. यह काम इसी महीने समाप्त होने की संभावना है. इस बापू टावर को बनाने का मुख्य उद्देश्य महात्मा गांधी की स्मृतियों को सहेजना है. बापू टावर की आधारशिला दो अक्तूबर 2018 को रखी गयी थी. इसे पूरा करने की समय-सीमा 28 नवंबर , 2021 थी. काम पूरा नहीं होने पर इसे बढ़ाकर 31 दिसंबर, 2022 किया गया. इसके दोबारा बढ़ाकर जून-2023 के अंत तक समाप्त करने का निर्देश दिया गया. निर्माण पूरा नहीं होने पर इसकी समय सीमा फिर बढ़ाई गयी है. यह देश का पहला भवन है, जिसके पूरे बाहरी भाग पर तांबे का आवरण लगाया गया है. छह मंजिल का यह बापू टावर करीब 120 फीट ऊंचाई का बनाया जा रहा है. इसका निर्माण करीब सात एकड़ में करीब 129 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है.