वारिसलीगंज. उत्तर प्रदेश की पुलिस ने मंगलवार को दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी. जानकारी के अनुसार, उत्तर प्रदेश के साइबर थाना कमिश्नरेट गाजियाबाद के इंस्पेक्टर सतीश कुमार के नेतृत्व में वारिसलीगंज थाना पहुंची. इसके बाद वारिसलीगंज पुलिस के सहयोग से मंगलवार को ही उद्घाटित शहर के आराध्या फैसी बाजार से दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार साइबर अपराधी की पहचान नालंदा जिले के मानपुर थाना स्थित पलनी गांव निवासी राघो चौधरी के पुत्र छोटे चौधरी उर्फ छोटेलाल व विजेंद्र चौधरी के पुत्र राजेश नंदन के रूप में की गयी. साइबर क्राइम थाना कमिश्नरेट गाजियाबाद इंस्पेक्टर सतीश कुमार ने बताया कि कृष्णा कंस्टीलेशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रोपराइटर सुभाष त्यागी को साइबर अपराधी छड़ सप्लाइ करने की बात की. इसके बदले सुभाष त्यागी से तकरीबन 17 लाख रुपये तीन किस्त में आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान कराया. परंतु रकम भुगतान के बाद साइबर अपराधी मोबाइल बंद कर दिया. तब जाकर सुभाष त्यागी को ठगे जाने का एहसास हुआ. उसके बाद उक्त थाना में साइबर अपराधी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी. इसके के बाद गाजियाबाद पुलिस ने त्वरित करते हुए वारिसलीगंज पहुंची. दोनों साइबर अपराधी छोटे चौधरी व राजेश नंदन को गिरफ्तार कर यूपी पुलिस अपने साथ ले गयी. गिरफ्तारी के दिन ही लाखों रुपये के मॉल का किया उद्घाटन: लाखों की ठगी मामले में गिरफ्तार छोटेलाल व राजेश नंदन करोड़ों का मालिक निकला. इसे संयोग या दुर्भाग्य ही कहा जाये कि जिस दिन वारिसलीगंज शहर में लाखों की लागत से चकाचक मॉल का उद्घाटन किया गया, उसी समय पिछले 15 दिनों से उक्त दोनों साइबर अपराधियों की तलाश में जुटी यूपी पुलिस को सफलता प्राप्त हासिल हुई. यूपी पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी एक ही नहीं, बल्कि अन्य भी कई मामलों में करोड़ों रुपये के ठगी का अभियुक्त है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है