रजौली. थाना क्षेत्र की फरका बुजुर्ग पंचायत के पहवाचक गांव में शनिवार धान काटने को लेकर हुए विवाद में कुछ दबंगों ने धारदार हथियार से प्रहार कर एक महादलित महिला की हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपित लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. मृत महिला की पहचान मुरहेना गांव निवासी विनोद चौधरी की 48 वर्षीय पत्नी कलावंती देवी के रूप में की गयी है. इधर, घटना की सूचना पर एसडीपीओ गुलशन कुमार व थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार दल-बल के साथ मुरहेना गांव पहुंचे. वहीं, एसडीपीओ के निर्देशन में एसआइटी गठित किया गया. इसके बाद छापेमारी कर घटना में शामिल तीन आरोपितों को शनिवार की रात गिरफ्तार कर लिया गया.
बहू व पति की आंखों के सामाने अपराधी करते रहे हमला:
मृतका की बहू सुषमा देवी ने बताया कि शनिवार को फरका बुजुर्ग के पहवाचक गांव के खुरी नदी के किनारे खेत में लगी धान की कटाई के लिए अपने ससुर विनोद चौधरी व सास कलावंती देवी के साथ गई हुई थी. लगभग एक एकड़ खेत में धान की फसल को काट लिया था. शेष लगभग चार कट्ठा खेत में धान की कटाई रविवार को करना था. इसी दौरान खेत के बगल में चरितर यादव के पुत्र उमा यादव अपने कुछ लोगों के साथ दारू पी रहे थे. दारू पीने के बाद वे सभी तेजधार हथियार लेकर धान के खेत में छुपकर रेंगते हुए आये और सास के पैर पर अचानक हमला कर दिया. हमले से सास जोर से बचाने को चीखी. हमलोग उन्हें बचाने उनके पास जा ही रहे थे कि वे लोग सास के शरीर के पीठ एवं अन्य हिस्सों में ताबड़तोड़ हमला करने लगे. दृश्य इतना भयावह था कि वे लोग सास को बचाने के वजाए खुद की जान बचाने के लिए नदी में कूदकर भागे. बचाओ-बचाओ को लेकर लगातार गुहार लगाते रहे. इनलोगों के चिल्लाने की आवाज सुनने के बाद आसपास के लोग जुटे, तो सभी आरोपित भाग गये थे.
अस्पताल में इलाज के दौरान महिला ने तोड़ा दम
घटना में गंभीर रूप से घायल महिला कलावंती देवी को स्थानीय लोगों की मदद से निजी वाहन में रखकर रजौली अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. महिला की गंभीर हालत देखकर बेहतर इलाज के लिए चिकित्सक ने घायल महिला को सदर अस्पताल नवादा रेफर कर दिया. वहीं, सदर अस्पताल से भी इलाज के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पावापुरी स्थित विम्स अस्पताल रेफर किया गया. किंतु एंबुलेंस पर सवार होने से पूर्व ही महिला ने दम तोड़ दी. इसके बाद परिजनों में चीख-पुकार मच गयी. रविवार को शव का पोस्टमार्टम किया गया. इसके बाद शव को घर लाया गया.अवैध कब्जे को लेकर हुई हत्या
मुरहेना पंचायत के मुखिया ईश्वरी प्रसाद एवं जोगियामारण पंचायत के पूर्व मुखिया मुसाफिर चौधरी ने बताया कि मृतका कलावंती देवी के ससुर को वर्ष 1985 में पर्चा दिया गया था. वहीं, वर्ष 2008 एवं 2016 में एलआरडीसी कोर्ट से मृतका कलावंती देवी एवं उनके परिवार की जमीन का फैसला आया था. इसी बीच जमीन पर अवैध कब्जे को लेकर अक्सर झगड़ा व मारपीट होते रहता था. साथ ही कहा कि पूर्व में भी मारपीट को लेकर लगभग चार-पांच केस थाने में दर्ज किया गया था. वहीं, परिजनों ने कहा कि घटना से पूर्व अंचलाधिकारी को जमीन पर अवैध कब्जे की सूचना दी गयी थी, उसके बावजूद दबंगों ने हत्या जैसी घटना को अंजाम दे दिया.पुलिस-प्रशासन के आश्वासन के बाद महिला का हुआ अंतिम संस्कार
घटना के अगले दिन रविवार की सुबह मृत महिला का शव गांव पहुंचा. इसके बाद परिजनों ने पुलिस व प्रशासन से हत्यारों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे. इस दौरान अंचलाधिकारी मो गुफरान मजहरी, बीडब्लूओ साजन स्नेही, बीपीआरओ राजन कुमार, थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार, एसआई सत्येंद्र सिंह व एसआइ पिंकी कुमारी के अलावा दर्जनों पुलिस बलों के अथक प्रयास के बाद मृतका के परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए. अंचलाधिकारी ने बताया कि पीड़ित परिजन को कबीर अंत्येष्टि के तहत 3000 रुपये की राशि प्रदान की गयी है. वहीं, बीडक्ल्यूओ ने बताया कि एससी-एसटी अत्याचार अधिनियम के तहत पीड़ित परिजन को प्राथमिकी दर्ज होने के बाद चार लाख 12 हजार 500 रुपये दिये जायेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि प्राथमिकी के बाद आरोपितों के विरुद्ध चार्जशीट होने पर उन्हें चार लाख 12 हजार 500 रुपये की राशि सरकार की ओर से दी जायेगी.क्या कहते हैं एसडीपीओ
इस बाबत एसडीपीओ गुलशन कुमार ने बताया कि जमीन विवाद को लेकर पुरानी रंजिश में हुई महिला की हत्या को लेकर पुलिस ने एक महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार लोगों में गागन खुर्द गांव निवासी चरितर यादव के पुत्र उमा यादव, उमा यादव के पुत्र अभिषेक यादव व उमा यादव की पत्नी मीणा देवी है. एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तारी के दौरान अभियुक्तों के पास से हत्या में शामिल तेजधार हथियार, एक कट्टा, एक थर्नट, एक कारतूस व तीन खोखा बरामद की गयी है. साथ ही बताया कि गिरफ्तार आरोपित उमा यादव थाना काण्ड संख्या 02/2003 में आइपीसी की धारा 364 और 302 का अभियुक्त भी है. एसडीपीओ ने कहा कि घटनास्थल से जरूरी साक्ष्य को लेकर एफएसएल टीम को सूचित किया गया है. वहीं, गिरफ्तार लोगों को रविवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. इधर, पुलिस बल अग्रतर अनुसंधान में जुटी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है