गोपालगंज में जिला मुख्यालय से करीब छह किलोमीटर की दूरी पर थावे में मां भवानी का मंदिर स्थित है. इस मंदिर में लोगों की बहुत आस्था है. यही कारण है कि भक्त दूर-दूर से इस मंदिर में पूजा करने के लिए आते हैं. यूपी से लेकर नेपाल तक से लोग इस मंदिर में पहुंचते है.
वहीं, नए साल के जश्न में पूजा की अपनी खासियत होती है. इसे अच्छा माना जाता है. कई लोग ऐसे होंगे जो मंदिरों में पूजा करने के लिए पहुंचेंगे.
थावे मंदिर में नए साल पर कई लोग आते भी है और मां के दर्शन के साथ नए साल की शुरुआत करते हैं. इसे लोग शक्तिपीठ भी मानते हैं. थावे मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद पिकनिक मनेगी. शक्तिपीठ मंदिर में पूजा- अर्चना कर पूरे वर्ष सुख- समृद्धि की कामना की जायेगी. मिठाइयां बांट हम सभी एक- दूसरे को बधाई देंगे.
डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी के पहल पर काशी के आचार्य ने मंदिर की अपनी आरती भी लिखी है. इसे लोक गायिका अंशिका सिंह ने गाया है. गोपालगंज के युवा थावे वाली मईया का दर्शन करने के साथ नववर्ष की आगाज करेंगे. नववर्ष की पूर्व संध्या अधिकतर पिकनिक मनाने से लेकर पूजा- अर्चना के लिए बिहार के शक्तिपीठ व ऐतिहासिक थावे मंदिर में जाने का फैसला किया है.
हथुआ का गोपाल मंदिर में भी लोग नए साल के मौके पर पहुंचेगें.
गोपालदंज के जादोपुर रोड में भगवान का मंदिर है. यहां राम-लक्षण मंदिर है. इस मंदिर में भी कई लोग पहुंचते हैं.
जिले के बेलबनवा का भव्य हनुमान मंदिर में लोगों की काफी भीड़ होती है. यह पूजा- अर्चना के लिए पहुंचते हैं.
गोपालगंज में ही लक्षवार मंदिर स्थित है. यह भी लोगों के आकर्षण का केंद्र है.
नकटो भवानी मंदिर की भी अपनी अलग मान्यता है. यहां भारी संख्या में भक्त आते हैं.
गोपालगंज के बैकुंठपुर में सिंहासिनी धाम स्थित है. यहां भी नए साल के दौरान पूजा किया जा सकता है.
जादोपुर रोड स्थित राम-लक्षण मंदिरगोपालगंज में हठुआ गोपाल का भी मंदिर स्थित है. यहां घूमने के लिए पार्क की भी व्यवस्था है. यह लोगों के लिए नए साल पर एक अच्छी जगह है.
गोपालगंज जिले के थावे प्रखंड में स्थित थावे दुर्गा मंदिर के पास रहषु जगत का मंदिर स्थित है. यहां बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते है और भगवान की पूजा अर्चना करते हैं.