पूर्वी चंपारण जिले के मधुबन थाना क्षेत्र एवं मुजफ्फरपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्र में एनआईए की टीम ने शुक्रवार को दबिश दी. जहां एनआईए की टीम ने जेल में बंद नक्सली नेता रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार के बंजरिया टोला कौड़िया स्थित घर एवं हथौड़ी के महौली गांव स्थित उसके शागिर्द देवनारायण के घर पर छापेमारी की.
रामबाबू व उसके भाइयों के घर ली गयी तलाशी
छापेमारी करने पहुंची टीम में मधुबन पुलिस के पदाधिकारी भी शामिल थे. एनआईए की टीम ने चार घंटे तक रामबाबू राम, उसके भाई संजय राम व श्याम बाबू राम के घरों की तलाशी ली व घर सदस्यों से पूछताछ की. सर्च के दौरान एनआईए की टीम ने संदिग्ध कागजात बरामद कर उसको जांच के लिए अपने साथ लेकर गयी है. जांच को बहुत गोपनीय तरीके से अंजाम दिया गया है. सुबह करीब पांच बजे से 9.30 बजे तक जांच की गयी. मधुबन पुलिस को भी एनआइए की टीम ने जानकारी देकर अपने साथ लेकर पहुंची थी. इससे पहले भी इडी भी रामबाबू की 40.23 लाख की संपत्ति का आकलन कर कार्रवाई कर रही है.
नक्सली कमांडर राम बाबू के शागिर्द के घर भी छापेमारी
नक्सली कमांडर राम बाबू उर्फ राजन जी उर्फ निखिल जी का शार्गिद रहा मुजफ्फरपुर के हथौड़ी थाना क्षेत्र के महुली निवासी देवनारायण राम के घर राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआइए) की टीम ने छापेमारी की. इस दौरान देवनारायण राम से घंटो गहनता से पूछताछ की और उसका दो मोबाइल और कमर में बांधने वाला एक बैग जब्त कर एनआइए की टीम अपने साथ लेकर पटना लौट गयी. टीम महुली में करीब 12 घंटा तक जमी रही. हथौड़ी पुलिस भी एनआइए टीम के साथ मौके पर थी.
हार्ड कोर नक्सली रहा है देवनारायण
जानकारी हो कि, देवनारायण राम दो दशक पूर्व का हार्ड कोर नक्सली रहा है. वह करीब तीन दशक पहले हथौड़ी, मीनापुर, सिवाईपट्टी इलाके में सक्रिय था. रामबाबू उर्फ प्रहार उर्फ राजनजी उर्फ निखिल के साथ मुजफ्फरपुर में घटित कई नक्सली हमला आदि में शामिल रहा था. देवनारायण राम रामबाबू का करीबी माना जाता था.
सुबह तीन बजे पहुंची थी टीम
स्थानीय लोगों ने बताया कि सुबह करीब तीन बजे ही एनआइए की टीम हथौड़ी के महौली गांव पहुंच गयी थी. हथौड़ी थाना पुलिस की मदद से देवनारायण राम के घर के घेर लिया. घर वालों के जगने के बाद यानी सुबह पांच बजे से छापेमारी शुरू की. दोपहर करीब तीन बजे के बाद टीम महौली से पटना के लिए रवाना हुई. देव नारायण राम से भी अकेले में गहनता से तीन से चार घंटे तक पूछताछ की. पूराना इतिहास जाना. साथ ही गिरोह के पुराने हार्डकोर और संगठन में पद रखने वाले नक्सलियों की टोह ली.
बेटा पंजाब में रहकर करता है नौकरी
देवनारायण राम के बेटा ओमप्रकाश के संबंध में भी पूरा ब्यौरा लिया. बताया जाता है कि वह लंबे समय से पंजाब में रहकर नौकरी करता है. उसका परिवार भी वहीं है. यहां पर्व त्योहार और समारोह में ही आता है. पिता आदि से मोबाइल से बातचीत करता है. इसके अलावा घर के अन्य सदस्यों से भी हल्की पूछताछ की. महिलाओं को खाना आदि तैयार करने के लिए छोड़ रखा था. एनआइए की टीम के छापेमारी के दौरान गांव में अफरातफरी का माहौल बना था. कई तरह की चर्चाएं भी बनी हुई थी.
मई में बगहा से रामबाबू की हुई थी गिरफ्तारी
23 जून 2005 को चर्चित मधुबन धमाके के बाद सुर्खियों में आया रामबाबू मई 2023 को गिरफ्तार हुआ था. उसके पास से दो एके-47 समेत 460 राउंड गोली बरामद हुआ था. रामबाबू के साथ उसका एक साथी रामबाबू पासवान ऊर्फ धीरज की भी गिरफ्तारी हुई थी. रामबाबू पर उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों में करीब 40 मुकदमे दर्ज हैं. इसमें कुल 12 मुकदमे मधुबन में दर्ज है. रामबाबू फिलहाल बगहा जेल में बंद हैं. रामबाबू नक्सली संगठन भाकपा माओवादी उत्तर बिहार पश्चिमी जोनल कमेटी में सचिव सह प्रवक्ता की भूमिका में था. कार्रवाई में सर्किल इंस्पेक्टर अशोक कुमार पांडेय, थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार पासवान समेत सशस्त्र बल के जवान शामिल थे.
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कौन है रामबाबू राम उर्फ प्रहार उर्फ राजनजी, जिसपर दर्ज है 40 से अधिक मामले
रामबाबू राम उर्फ प्रहार के खिलाफ 40 से अधिक नक्सली मामले दर्ज है. यह पूर्वी चंपारण के मधुबन में सक्रिय रहा है. रामबाबू राम का आपराधिक इतिहास 22 साल से अधिक पुराना रहा है. साल 2019 में इसने चकरबंधा में सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के एक सब इंस्पेक्टर की हत्या कर दी थी. वैसे इस कुख्यात नक्सली के ऊपर मुजफ्फरपुर सहित अन्य जिलों में 40 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है. राम बाबू के पास से दो एके-47 राइफल और कारतूस भी बरामद किया गया था.