पटना: सियासी उलटफेर के बाद बिहार में उठा सियासी बवंडर थमने का नाम नहीं ले रहा है. जदयू-बीजेपी और राजद एक-दूसरे पर शब्द बान चला रही है. इसी क्रम में मणिपुर में जदयू के पांच विधायक भाजपा में शामिल हुए. इसके बाद से बिहार में सियासी तुफान बढ़ा हुआ है. अब इस मामले को लेकर जहां बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने महागठबंधन की सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बिहार में जल्द ही जादयू-राजद का गठबंधन टूट जाएगा.
बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने इस सियासी घटनाक्रम को लेकर कहा कि मणिपुर में जदयू के पांच विधायक भाजपा में शामिल हुए, राज्य जदयू मुक्त हो गया है. उन्होंने कहा कि जदयू के सभी विधायक बीजेपी में शामिल होना चाहते थे. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. सुशील मोदी ने आगे कहा कि बहुत जल्द, हम बिहार में जदयू-राजद गठबंधन को तोड़ देंगे और राज्य को जदयू मुक्त कर देंगे. वहीं, होर्डिंग और पोस्टर लगाकर कोई भी पीएम नहीं बन सकता है.
इस मामले के लेकर सीएम नीतीश कुमार ने भाजपा पर निशाना साघते हुए कहा कि बीजेपी किसी दूसरे राज्य में पार्टी के विधायकों को तोड़ रही है. ये क्या स्वाभाव है. सभी देख रहे हैं. यह कौन सा स्वभाव है सभी देख रहे हैं. एक नए ढंग का काम किया जा रहा है. यह संवैधानिक काम है क्या, सभी बतावें. उन्होंने कहा कि अगर ऐसे स्थिति में देश की विपक्ष एक साथ जुटकर काम करती है तो परिणाण बेहतर देखने को मिलेगी.
वहीं, सुशील मोदी के बायन पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि अगर विपक्षी पार्टियां 2024 के चुनाव को लेकर एक मंच पर आ रही हैं तो वह भ्रष्टाचार है. जीतने दागी लोग बीजेपी में चले जाएं, वह साफ सुथरे धुले हो जाएंगे. बीजेपी चाहे जितना प्रयास कर लें, लेकिन जेडीयू 2023 में राष्ट्रीय पार्टी बनेगी. उन्होंने कहा कि मणिपुर में जो कुछ हुआ है, वह पूरी तरह से धन बल का प्रयोग है.
दरअसल, मणिपुर में बीते दिनों जदयू के पांच विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे. अब मणिपुर में जदयू का केवल एक विधायक शेष रह गया है. इस सियासी घटना ने बिहार में एक बार फिर से भूचाल ला दिया है. हालांकि जदयू इसे असंवैधानिक बता रही है. लेकिन बीजेपी ने इसे अपना बड़ा जीत मान रही है.
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