पटना. बोचहा विधानसभा उपचुनाव को लेकर बिहार का सियासी तापमान इन दिनों आसमान पर है. भाजपा और वीआईपी के बीच बोचहां उपचुनाव को लेकर छिड़ी लड़ाई में जदयू ही भूमिका अहम हो गयी है. वीआईपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार सरकार के पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं.
रविवार को केंद्रीय गृहराज्य मंत्री और भाजपा नेता नित्यानंद राय ने मुख्यमंत्री आवास जाकर नीतीश कुमार से मुलाकात की. उनकी नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद मुकेश सहनी भी मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और नीतीश कुमार से बोचहां सीट को लेकर बात की. हालांकि नित्यानंद राय ने नीतीश कुमार से हुई मुलाकात को होली की शुभकामना तक सिमित बताया, लेकिन कहा जा रहा है कि वो आलाकमान का संदेश लेकर ही मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे.
इधर, रविवार को दिन में जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मुकेश साहनी को लेकर एक बयान दिया था. उन्होंने कहा कि मुकेश सहनी एनडीए में बने रहें, यह देखा जाना चाहिए. इसके बाद बोचहां में भाजपा की उम्मीदवारी से नाराज चल रहे मुकेश साहनी ने रविवार को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भेंट की और उन्हें अपनी पीड़ा बतायी. इस मौके पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी भी मौजूद थे.
मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी दिल्ली लौट गये. मुख्यमंत्री से मुकेश साहनी की इस मुलाकात को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा भी तेज हो गयी है. तकरीबन आधे घंटे तक मुख्यमंत्री और मुकेश सहनी के बीच मुलाकात हुई, जिसमें बोचहां उपचुनाव पर ही चर्चा हुई. मुकेश सहनी ने भाजपा के रवैये पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की और कहा कि भाजपा ने बगैर उनसे विचार-विमर्श किए वहां सीट पर अपना प्रत्याशी खड़ा कर दिया.
मुकेश सहनी ने कहा कि उनकी पार्टी एनडीए के घटक के रूप में अभी बिहार में है और गठबंधन धर्म के तहत इस मसले पर किसी भी फैसले के पहले चर्चा की जानी चाहिए थी. दरअसल भाजपा ने पिछले विधानसभा उपचुनाव में अपने कोटे की सीट के रूप में बोचहा को मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के लिए आवंटित किया था. यहां से वीआइपी के उम्मीदवार मुसाफिर पासवान जीते थे, लेकिन बीच कार्यकाल में ही उनका निधन हो गया और इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है.