Patna College: पटना कॉलेज के 161 साल पूरे हो गए है. इस कालेज से कई महान हस्तियों ने पढ़ाई की है. वहीं, इस कॉलेज के कैंपस में कभी विधान परिषद का सेशन भी चलता है. साल 1863 में नौ जनवरी के दिन इस कॉलेज की स्थापना पूरी हुई थी. वहीं, साल 1971 में फिल्म सीमाबद्ध की यहां शूटिंग की गई थी. साल 1857 तक इसी कॉलेज में पटना का कलेक्ट्रेट भी था. शिक्षा के क्षेत्र में इस कॉलेज का अहम योगदान है. कई महान हस्तियों ने यहां पढ़ाई की है. रविशंकर प्रसाद, जेपी नड्डा, बीपी मंडल, मनोज झा आदि लोगों का इस कॉलेज से जुड़ाव रहा है. पटना कॉलेज ने कई बड़े विद्वान, देशभक्त, लेखक, अधिकारी और पत्रकार को ज्ञान दिया है और वहां यहां से निकलकर बाहर आए है.
पटना कॉलेज के 100 साल पूरा होने के अवसर पर यहां देश के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन हुंचे थे. यह कार्यक्रम के मुख्य अतिथी थे. पूर्व राष्ट्रपति ने खुद कहा था कि इस कॉलेज ने महान लोगों को बनाया है. कई महान लोगों ने यहां से पढ़ाई की है और देश के बड़े पदों पर उन्होंने अपना योगदान दिया है. कहते है कि इसी कॉलेज के कैंपस ने बिहार में लोकतंत्र की नींव रखी थी. बंगाल, बिहार से अलग हो गया था और इसके बाद बिहार विधान परिषद का सेशन कॉलेज के कैंपस में चसता था. पटना कॉलेज में ही छात्र कभी डिग्री की पढ़ाई करते थे. यही एक मात्र कॉलेज था, जहां से छात्र डिग्री की पढ़ाई कर सकते थे.
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पटना कॉलेज देश के सबसे पुराने कॉलेजों में से एक है. यह देश का पांचवा सबसे पुराना कॉलेज है. वहीं, बिहार का यह सबसे पुराना कॉलेज है. पटना कॉलेज की यह खासियत है कि यह गंगा के किनारे बसा हुआ है. इसका इतिहास गौरवशाली है. साल 1912 से लेकर साल 1936 तक इस कॉलेज में विधान परिषद का सेशन चला करता था. बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह को बनाने में भी इस कॉलेज की खास भूमिका रही है. इसके अलावा जय प्रकाश नारायण, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर, सर सुल्तान अहमद, डॉक्टर सचिदानंद अहमद, सच्चिदानंद सिन्हा आदि लोगों का इस कॉलेज से खास जुड़ाव रहा है. अंग्रेजों के भारतीयों की सहायता से इस कॉलेज का निर्माण किया था. साल 1858 में हाईस्कूल के बदले जिला स्कूल का निर्माण हुआ था. दरअसल, हाई स्कूल का नाम बदलकर जिला स्कूल किया गया था. साल 1863 में इसे कॉलेज का दर्जा प्राप्त हुआ था. वहीं, आजादी के बाद साल 1852 में इस कॉलेज का नाम पटना कॉलेज रखा गया था. 1863 में पटना कॉलेज को कॉलेज का दर्जा मिला था. इसके बाद 1867 से इसमें कॉलेज के स्तर की पढ़ाई होने लगी थी. किसी जमाने में यह बिहार, झारखंड, ओडिशा और नेपाल तक का सबसे प्रतिष्ठित संस्थान था. यहां से महान लोगों ने पढ़ाई की है.