पटना. गायघाट स्थित रिमांड होम में यौनशोषण का मामला अब तुल पकड़ने लगा है. मामले की सूचना मिलने के बाद निर्भया केस की वकील सीमा कुशवाहा दिल्ली से पटना पहुंची और पीड़ित के पक्ष में खड़ी हो गई हैं. गुरुवार को पटना में महिला विकास मंच की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीमा कुशवाहा ने कहा कि पटना की सड़कों पर एक बेटी पिछले 5 दिनों से न्याय की भीख मांग रही है, लेकिन कोई नहीं सुन रहा. यह मामला भी कहीं न कहीं मुजफ्फरपुर शेल्टर होम जैसा ही है. समाज कल्याण विभाग ने बिना कोई जांच किए मामले को रफा-दफा कर दिया. जो हुआ वो 21वीं सदी के भारत पर धब्बा है.
सीमा कुशवाहा ने कहा कि रिमांड होम की अधीक्षक वंदना गुप्ता पर केवल एक पीड़िता नहीं आरोप लगा रही, कई और भी बच्चियां ने अपनी पीड़ा बता रही है. उन्होंने कहा कि आखिर पटना में लड़कियों के साथ ऐसा क्यों हो रहा है? प्रशासन संवेदनशील नहीं है. लगातार फोन आ रहे हैं, लेकिन पहले कोई एफआईआर तक लॉज करने को तैयार नहीं. उल्टा लड़की को उदंड बता रहे हैं, उसके चरित्र पर सवाल उठा रहे हैं.
इस पूरे मामले पर निर्भया के वकील ने कहा कि बिहार सरकार को इसपर त्वरित कार्रवाई के लिए एसआईटी का गठन करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह केश काफी संवेदनशील है इसलिए इस केस की मॉनिटरिंग हाई कोर्ट को करना चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के सभी रिमांड और शेल्टर होम से सालाना रिपोर्ट मांगी जानी चाहिए. कोर्ट इनसे रिपोर्ट मांगे.