पटना नगर निगम के दैनिक सफाई कर्मियों की हड़ताल मंगलवार छठे दिन भी जारी है. निगमकर्मियों के हड़ताल पर जाने की वजह से शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. निगम ने शहर की सफाई को लेकर आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से जिन कर्मियों की ड्यूटी लगाई है, उसके साथ भी मारपीट की जा रही है. नगर निगम की ओर लगाये गये इन सफाईकर्मियों को रोकने के लिए हड़ताली कर्मचारियों ने शहर के कई इलाकों में मारपीट की और उन्हें सफाई करने से रोका. इसके कारण अलग-अलग अंचलों में 39 कर्मियों के खिलाफ नगर निगम की ओर से प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. इसके साथ ही पुलिस ने सफाई कार्यों के लिए पुलिस से मदद मांगी है.
चरमराई पटना की सफाई व्यवस्था
दरअसल पटना नगर निगम के दैनिक सफाई बीते छह दिनों से हड़ताल पर हैं. अपनी 35 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस कारण राजधानी में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है. जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं. बारिश होने की वजह से अब इससे काफी तेज दुर्गंध आने लगी है. जिससे लोगों का सड़कों से गुजरना मुहाल हो गया है. अपनी मांगों को लेकर अड़े पटना नगर निगम कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के नेताओं ने मंगलवार को इस संबंध में विशेष कार्य पदाधिकारी विकास कुमार को एक ज्ञापन सौंपा. नगर विकास विभाग के पदाधिकारी ने उन्हें आश्वस्त किया कि सीएम तक सारी बात पहुंच गयी है. उन्होंने मुख्यमंत्री से वार्ता करवाने को भी आश्वस्त किया. इसके बावजूद हड़ताल पर गए कर्मी अब हिंसा पर उतारू हो गए हैं.
मारपीट पर उतरे सफाई कर्मचारी
पटना नगर निगम द्वारा शहर की सफाई के लिए अपने स्तर से कर्मचारियों को लगाया गया है. लेकिन हड़ताली कर्मी इस कार्य में रोड़ा अटका रहे हैं. हड़ताली असामाजिक तत्वों ने कंकड़बाग अंचल में रविवार की रात आउटसोर्सिंग एजेंसी के कर्मी राहुल कुमार के साथ नालंदा मेडिकल कॉलेज के पास मारपीट की. इससे राहुल के कान, होंठ व माथे पर चोट आयी है. राहुल का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है. वहीं पटना जंक्शन व महावीर मंदिर के पास सफाई कार्य करने के दौरान जेसीबी को क्षतिग्रस्त किया गया. इसके साथ ही वार्ड 17 में बाईपास के पास कार्य कर रहे कर्मियों से मारपीट हुई है. इसके अलावा और भी इलाकों से मारपीट की सूचना है. ऐसे में निगम कर्मी सफाई के लिए सड़क पर निकलने से कतरा रहे हैं. हालांकि हड़ताल के दौरान असामाजिक तत्वों व उपद्रवियों पर पटना स्मार्ट सिटी के सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है.
सड़कों पर हर तरफ फैला है कचरा
हड़ताल से घरों का कचरा अब सड़कों पर फेंके जाने से जगह-जगह कचरा जमा दिखने लगा है. अब तो सड़कों पर जमा कचरे से दुर्गंध फैलने लगा है. निगम प्रशासन की ओर से घरों से कचरा कलेक्शन व सड़कों पर कचरा का उठाव का दावा दिख नहीं रहा है. बोरिंग केनाल रोड, महेंद्रू में राजकीय कल्याण छात्रावास, अशोक राजपथ, मीठापुर, पुनाइचक, स्टेशन रोड आदि जगहों पर कचरे का ढेर दिखा. निगम की ओर से सड़कों पर से कचरा का उठाव कर सेकेंडरी कचरा प्वाइंट पर जमा किया जा रहा है. इससे शहर में कचरा बढ़ने लगा है. शहर से कचरा का उठाव कर रामाचक बैरिया भेजने का काम कम हो रहा है. सफाइकर्मियों का साथ देने के लिए वाहन चालक भी हड़ताल में शामिल हैं. आठ हजार से अधिक कर्मचारियों की हड़ताल से शहर में सफाई व्यवस्था पर असर पड़ा है. सड़कों पर जहां-तहां कचरा फैल गया है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. बारिश की वजह से जमा कचरा सड़ने लगा है.
नगर निगम ने शुरू करवाई सफाई
दूसरी ओर निगम प्रशासन की ओर से 530 गाड़ियों से सफाई का काम शुरू किया गया. निजी ड्राइवर बहाल सौ चालकों को अलग-अलग अंचलों में काम पर लगाया गया. निगम प्रशासन की ओर से काम में बाधा पहुंचाने वाले को चिह्नित कर मुकदमा किया गया गया है. ऐसे कर्मियों की संख्या 39 है. नगर आयुक्त ने कहा कि असामाजिक तत्वों से सख्ती से निबटा जायेगा. शहर में कचरा उठाने का काम शुरू हो गया है. धीरे-धीरे सफाईकर्मी काम पर लौट जायेंगे.
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मंगलवार को नगर विकास विभाग के पदाधिकारी से मुलाकात के बाद निगम यूनियन के संयोजक नंद किशोर प्रसाद ने बताया कि सफाईकर्मियों की मांग से संबंधित व हड़ताल समाप्ति को लेकर कोई वार्ता नहीं हुई. इसलिए हड़ताल जारी रहेगी. नेताओं ने कहा कि निजी ड्राइवरों को एक-एक हजार रुपये देकर काम लिया जा रहा है. वहीं, निगम के कर्मियों को उससे कम राशि देने में परेशानी हो रही है. समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि हमलोग मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री से इसमें हस्तक्षेप कर कर्मियों को न्याय दिलाने का आग्रह किया है.