दो मासूम बच्चियों के साथ दरिंदगी करने वाले आरोपियों को पटना पुलिस ने घटना के 48 घंटे के बाद भी गिरफ्तार नहीं कर पायी है. इससे आक्रोशित लोगों ने बुधवार को सड़क पर उतर गए. ये लोग पटना से सटे फुलवारी शरीफ गोलंबर को जाम कर दिया. करीब चार घंटे के बाद पुलिस किसी प्रकार से जाम कर रहे लोगों को वहां से हटाया. फुलवारी शरीफ चौराहे को जाम कर आस पास के लोग आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि पुलिस ने सक्रियता दिखाती तो यह घटना नहीं होती.
बताते चलें कि पीड़िता की मां बच्ची के नहीं मिलने पर इसकी शिकायत लेकर थाना गई थी. लेकिन, पुलिस ने प्राथिमिकी लेने से इंकार करते हुए कहा था कि तुम पहले खोज लो, नहीं मिलेगी तो हम उसकी तलाश करेंगे. इसको लेकर आस पास के लोग आक्रोशित हैं. इधर, डॉक्टरों ने पुलिस को पीड़िता से मिलने से रोक दिया है. पुलिस का कहना है कि पीड़िता की जो स्थिति है उसको देखते हुए अभी हम लोग पीड़िता से किसी को मिलने की अनुमति नहीं दे सकते हैं. बताते चलें कि पीड़िता अपने परिजनों को भी देखकर भी चिल्लाने लग रही हैं.
जिस बच्ची की मौत हुई है, उसके पिता का निधन पहले ही हो चुका है. मां विकलांग है. वही बच्ची अपनी मां की सहारा थी. पुलिस की नजर इस इलाके में नशे का कारोबार करने वालों पर भी है. इस इलाके में अवैध रूप से देसी-विदेशी शराब के अलावा अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री होती है.
फुलवारी शरीफ थाना क्षेत्र में पहले भी ऐसी घटना हो चुकी है. करीब दस साल पहले ईशानगर नहरपुरा इलाके में एक मासूम बच्ची को वहशी दरिंदों ने उसके घर के दरवाजे से उठाकर रात भर दुष्कर्म के बाद उसके शव को पाने की टंकी में डाल दिया था. उस मामले में भी पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आयी थी. इसके बाद तत्कालीन थाना अध्यक्ष मुन्नीलाल राम को सस्पेंड कर लाइन हाजिर कर दिया गया था.
अब पुलिस मौके से मोबाइल का डंप डाटा निकाल कर जांच करेगी कि कौन सा नंबर सोमवार की सुबह से लेकर मंगवार की सुबह तक यहां पर लगातार चल रहा था. पुलिस ने लोगों को आक्रोश को देख कर तीन थानों की पुलिस को बुला लिया था. मौके पर भाकपा माले की टीम भी मौजूद थी.
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