संवाददाता, पटना. : 5.96 लाख आवेदकाें में से 4.69 लाख (78.72 फीसदी) ही तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में शामिल हुए. इस तरह 1.27 लाख आवेदक इसमें शामिल नहीं हुए. बीपीएससी कार्यालय में गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीपीएससी अध्यक्ष रवि मनुभाई परमार ने बताया कि आयोग को सभी जिलों की उत्तर पुस्तिकाएं प्राप्त हो चुकी हैं और गुरुवार से ओएमआर शीट की स्कैनिंग शुरू हो गयी. सभी ओएमआर शीट की स्कैनिंग से लेकर अंतिम आंसर-की तैयार करने और उसके अनुसार मूल्यांकन में कम-से-कम 20-25 दिन लगेंगे. उसके बाद आरक्षण पर सरकार के निर्णय का इंतजार किया जायेगा और दिशानिर्देश मिलने के बाद ही उसके अनुरूप रिजल्ट तैयार कर जारी किया जायेगा. यदि अभी आरक्षण पर दिशा-निर्देश मिल जाये, तो हम 15 अगस्त के आसपास रिजल्ट देने का प्रयास कर सकते हैं. मौके पर आयोग के सचिव गयासुद्दीन अंसारी व परीक्षा नियंत्रक सत्य प्रकाश शर्मा भी मौजूद थे.
ट्रायल रन के बाद शुरू होगा मास्टर डेटा बेस का निर्माण
बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि तीसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के दौरान बायोमेट्रिक मिलान में दूसरे की जगह परीक्षा देने वाले 57 अभ्यर्थी पकड़े गये, जिनको प्रतिबंधित करने की कार्रवाई की जा रही है. आगे की परीक्षाओं में न केवल बायोमेट्रिक का सख्तीपूर्वक मिलान जारी रहेगा, बल्कि व्यक्तिगत विवरण में बदलाव कर गड़बड़ी करने वाले अभ्यर्थियों को पकड़ने के लिए आयोग सभी अभ्यर्थियों का मास्टर डेटा बेस भी तैयार करेगा. लेकिन इसका निर्माण साॅफ्टवेयर तैयार होने और संबंधित पोर्टल के सफल ट्रायल रन के बाद ही शुरू होगा. जो अभ्यर्थी आयोग की परीक्षाओं में पहले शामिल हो चुके हैं, उनके द्वारा पहले दिया गया डेटा बेस आयोग के पास मौजूद है और एआइ की मदद से इससे जरूरत अनुसार मिलान भी किया जाता है, लेकिन जल्द ही ऐसी व्यवस्था की जायेगी, जिसमें हर अभ्यर्थी को आयोग के पोर्टल पर परीक्षा फॉर्म भरने से पहले अपना पर्सनल डिटेल रजिस्टर्ड करना होगा. इसमें अभ्यर्थी के नाम, जन्मतिथि, 10वीं, 12वीं, स्नातक, स्नातकोत्तर और उच्च शैक्षणिक डिग्रियों से संबंधित विवरण, उससे संबंधित प्रमाणपत्र का पीडीएफ, फोटो और हस्ताक्षर अपलोड करना होगा. इसके बाद अभ्यर्थी को एक यूनिक एग्जामिनी नंबर दिया जायेगा. इस नंबर को उन्हें किसी भी परीक्षा का फॉर्म भरते समय डालना होगा और सिस्टम अपने आपे उनसे संबंधित व्यक्तिगत डिटेल ले लेगा. उन्हें केवल उन कॉलम की जानकारी देनी पड़ेगी, जो उस परीक्षा विशेष से संबंधित अनुभव या विशेष शैक्षणिक योग्यता आदि से संबंधित है. नयी व्यवस्था को बनाने में कम- से-कम एक से दो महीने का समय लगेगा. एक बार इसकी शुरूआत होने के बाद सालोंभर पोर्टल खुला रहेगा, जिसपर कोई भी व्यक्ति अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकेगा.
दोष सिद्ध होने पर ही हजारीबाग में पकड़े गये अभ्यर्थियों पर होगी कार्रवाई
हजारीबाग में बीते मार्च में पेपर लीक को लेकर पुलिस और इओयू द्वारा पकड़े गये 270 अभ्यर्थियों को प्रतिबंधित करने से संबंधित प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि अब तक मामले में इओयू द्वारा या किसी अन्य एजेंसी द्वारा कोई प्रस्ताव या तथ्य नहीं दिया गया है. ऐसे में आयोग ने अपनी तरफ से नियमानुसार इस मामले में कुछ भी नहीं किया है, लेकिन आरोप सिद्ध होने पर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी .
विभाग की ओर से मांगने पर ही देंगे सप्लीमेंट्री रिजल्ट
टीआरइ थ्री में सप्लीमेंट्री रिजल्ट के बारे में उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा मांगे जाने पर ही वह सप्लीमेंट्री रिजल्ट देते हैं और आगे भी ऐसा ही होगा.
…………तिथि – कक्षा – रिक्ति (एससी/एसटी)- आवेदक- उपस्थिति – जिला -परीक्षा केंद्र – मुन्नाभाई
20 जुलाई-1 से 5-28026( 210) -160642-116188-27-312- 0819 जुलाई- 6-8- 19645-213937-159711-27-404-24
21 जुलाई-9-10(6-10 एससी/एसटी) -17035-144911-131265-27-288-2322 जुलाई (1st)-11-12 -22373 ( 349)-62072-53705-08-124-02
22 जुलाई (2nd)-6-10 -126-15434-8528-02-29-00कुल- 87774-596996-469397–0-1154-57B
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