Bihar News: नैसकॉम की तरफ से चंडीगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय एसएमई परिषद की बैठक में 25 से अधिक आईटी क्षेत्र की कंपनियों ने बिहार में निवेश करने में रुचि दिखाई है. इस बैठक में देश भर से आईटी और प्रौद्योगिकी क्षेत्र के शीर्ष उद्यमियों और विशेषज्ञों ने भाग लिया. बिहार सरकार की ओर से सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के विशेष सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने इस बैठक में भाग लिया और राज्य में आईटी क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया.
1000 करोड़ से अधिक के निवेश की संभावना
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, बिहार की आईटी नीति के तहत इस वर्ष 1000 करोड़ से अधिक का निवेश होने की उम्मीद है. इसके लिए अब तक 25 आईटी कंपनियों ने विभाग में निबंधन कराया है. इससे बिहार में बड़े पैमाने पर आईटी क्षेत्र में रोजगार सृजन की संभावना बढ़ गई है. विशेष सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि अगले एक साल के अंदर राज्य में एक हजार से अधिक आईटी पेशेवरों को रोजगार दिया जाएगा.
उद्यमियों को दी गई बिहार की आईटी नीति की जानकारी
बैठक में टेक्नोलॉजी में निवेश और अन्वेषण पर व्यापक चर्चा हुई. विशेष सचिव अरविंद चौधरी ने उद्यमियों को बिहार में मजबूत आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि किस तरह बिहार में आईटी क्षेत्र में निवेश की संभावनाएं बढ़ी हैं. उन्होंने उद्यमियों को बिहार की आईटी नीति और उद्योगों को दिए जाने वाले प्रोत्साहनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम की दी गई जानकारी
बैठक में मौजूद आईटी सेक्टर के दिग्गजों ने भी बिहार की आईटी नीति को भारत की सबसे बेहतरीन आईटी नीतियों में से एक बताया. बिहार आईटी के विशेष सचिव ने वहां मौजूद प्रतिनिधियों को राज्य की सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम की खूबियों के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बिहार के सिंगल विंडो सिस्टम को देश के सबसे अच्छे सिस्टम में गिना जाता है.
बिहार में बढ़ रही निवेशकों की रुचि
विशेष सचिव चौधरी ने इस दौरान कहा कि राज्य की आईटी नीति की सफलता हमारे लिए गर्व की बात है. इस नीति के तहत बिहार में निवेश करने में टेक कंपनियों और निवेशकों की रुचि लगातार बढ़ रही है.
Also Read :
Bihar: दिल्ली की तरह यहां बनेगा रिंग रोड, गाड़ियों की रफ्तार पर नहीं लगेगा ब्रेक
बिहार को मिलेगा एक और इंटरनेशल एयरपोर्ट का तोहफा, जानें किन जिले के लोगों को होगा फायदा