होली से पहले पटना जंक्शन के पास स्थित पावर हाउस के एक कमरे में रेलवे अधिकारी और अन्य कर्मी शराब पार्टी कर रहे थे. इसी बीच गुप्त सूचना मिलने पर उत्पाद विभाग की टीम ने शनिवार को पावर हाउस में छापेमारी कर दी. सभी को एक साथ पकड़ने के लिए टीम ने पावर हाउस को चारों तरफ से घेर लिया और फिर शराब पार्टी में शामिल पांच इंजीनियरों, दो हेल्पर और एक फिटर को गिरफ्तार कर लिया. मामले में कार्रवाई करते हुए रविवार को सभी को निलंबित कर दिया गया. सभी के खिलाफ उत्पाद थाने में बिहार उत्पाद अधिनियम की धारा 37 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
रेल कर्मियों को मिल गई जमानत
गिरफ्तारी के बड़ सभी रेल कर्मी को विशेष उत्पाद अदालत में पेश किया गया जहां से सभी को जमानत मिल गयी. इन सभी रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों ने जुर्माने की रकम कोर्ट में जमा कर दी. शराब पार्टी के मामले को रेल प्रशासन ने गंभीरता से लिया. अब इन सभी पर विभागीय कार्रवाई भी की जायेगी.
उत्पाद विभाग की टीम ने इन लोगों को पकड़ा था
होली के अवसर पर शनिवार को वरीय प्रशाखा पदाधिकारी संजय कुमार सिंह, अविनाश अधिकारी, चंदन कुमार, गौतम कुमार, प्रवीण कुमार टोप्पा सहित दो हेल्पर रितेश कुमार, राकेश कुमार व फिटर वीरेंद्र कुमार पावर हाउस के कमरे में बैठ र शराब पी रहे थे. इसी बीच उत्पाद विभाग की टीम ने छापेमारी कर इन लोगों को पकड़ लिया.
10 हुए थे गिरफ्तार, 2 लोगों के शराब पीने की पुष्टि नहीं
उत्पाद टीम ने रेलवे शाखा के पांच वरिष्ठ अधिकारी, दो हेल्पर और एक फिटर समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया था. सभी को उत्पाद पुलिस स्टेशन ले जाया गया जहां उसकी ब्रेथ एनालाइजर से जांच की गई. इस जांच में आठ लोगों के शराब पीने की पुष्टि हुई, वहीं एक वरिष्ठ शाखा अधिकारी और एक जेई के शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई. उन दोनों को रिहा कर दिया गया था .
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