भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत आमस-दरभंगा फोरलेन में पटना जिले में होने वाले सड़क निर्माण को लेकर काम शुरू नहीं हुआ है. फतुहा अंचल में 10 एकड़ जमीन के मामले में पेच है. फोरलेन के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण होने वाली 10 एकड़ जमीन सरकारी या रैयतों की है. इस पर निर्णय नहीं लिया जा सका है. इस वजह से जमीन अधिग्रहण में देरी हो रही है.
पटना जिले के इन जगहों से गुजरेगी फोरलेन
पटना जिले में धनरूआ व फतुहा अंचल से होकर आमस-दरभंगा फोरलेन गुजर रही है. जिले के रामनगर-आमस खण्ड प्रोजेक्ट के तहत 12 मौजा में जमीन अधिग्रहण किया जा रहा है. इसमें फतुहा अंचल में चार मौजा राबीयाचक, भेड़गावा, जैतीया एवं वाजीदपुर तथा धनरूआ अंचल में आठ मौजा बघबर, बहरामपुर, पिपरावॉ, बिजपुरा, नसरतपुर, छाती, टरवॉ एवं पभेड़ा शामिल है.
किस जमीन को लेकर नहीं हुआ है फैसला…
जानकारों के अनुसार फतुहा अंचल में 14.2 एकड़ बकास्त भूमि है. इसमें से 3.61 एकड़ रैयतों की है. बाकी 10.59 एकड़ जमीन को लेकर निर्णय नहीं लिया गया है. जमीन के कागजात देख कर जमीन के सरकारी होने या रैयतों का होने को लेकर चिह्नित नहीं हुआ है. इसे लेकर जमीन अधिग्रहण में बाधा हो रही है.
कॉमर्शियल रेट को लेकर मुआवजा नहीं वितरण हुआ
सूत्र ने बताया कि प्रोजेक्ट में फतुहा अंचल में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया की गयी. चार गांवों में 69 एकड़ जमीन अधिग्रहण में 39 करोड़ मुआवजे का वितरण होना है. रैयतों द्वारा कॉमर्शियल रेट की मांग करने पर मुआवजा राशि नहीं ली गयी. इसके बाद 25 करोड़ संबंधित न्यायालय में जमा कर दिया गया. चार अंचलों में मात्र 14 करोड़ राशि का वितरण हुआ. प्रोजेक्ट के लिए फतुहा व धनरूआ अंचल में 205.25 एकड़ रैयती जमीन अधिग्रहण के एवज में 123.24 करोड़ मुआवजे का वितरण होना है. सूत्र ने बताया कि धनरूआ अंचल में 136 एकड़ जमीन के लिए मुआवजा वितरण हुआ है. धनरूआ अंचल में फोरलेन निर्माण कार्य के लिए जमीन उपलब्ध करायी गयी है.