-बिहार के 100 प्रतिशत छात्रों को आपार आइडी प्रदान करने को लेकर एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट कार्यान्वयन पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
संवाददाता, पटनाबिहार सरकार राज्य के उच्च शिक्षण संस्थानों के सभी छात्रों को एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (एबीसी) के तहत आपार आइडी प्रदान करने के लक्ष्य की ओर महत्वपूर्ण कदम उठा रही है. इस मिशन को आगे बढ़ाने के लिए सोमवार को चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (सीएनएलयू) में तीन दिवसीय समीक्षा और पुनर्संरेखन कार्यशाला शुरू हुई. कार्यशाला का उद्घाटन शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव ने किया. बैद्यनाथ यादव ने कहा कि बिहार से अब तक 18 लाख से अधिक डिग्रियां अपलोड की गयी हैं. 10 लाख आपार आइडी बनायी गयी हैं. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन के भीतर संचार की खामियों को दूर करने की आवश्यकता पर बल दिया और परीक्षा नियंत्रकों से छात्रों के हित में समर्पण और बेहतर समन्वय की अपील की. प्रो रेखा कुमारी ने संस्थानों के प्रतिनिधियों से बातचीत की और 31 दिसंबर तक सभी छात्रों के लिए 100 प्रतिशत आपार आइडी लक्ष्य प्राप्त करने में प्रशासनिक बाधाओं को दूर करने के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया. इस अवसर पर सीएनएलयू के रजिस्ट्रार प्रो एसपी सिंह, उच्च शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो रेखा कुमारी सहित 44 उच्च शिक्षण संस्थानों के परीक्षा नियंत्रक और नोडल अधिकारी उपस्थित थे.
चार दिसंबर तक चलेगी कार्यशाला
प्रो एसपी सिंह ने बताया कि कार्यशाला का लक्ष्य सभी स्टूडेंट्स का आपार आइडी बनाना है. 2023-24 शैक्षणिक सत्र के अंकपत्रों को एबीसी पर निर्बाध रूप से अपलोड करना, छात्रों के शैक्षणिक क्रेडिट को सुरक्षित करना और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत डिजिटल अकादमिक गवर्नेंस को बढ़ावा देना है. कार्यशाला चार दिसंबर तक चलेगी. इसमें एबीसी एनएडी डिजिलॉकर के राज्य समन्वयक अरुण कुमार और पंजाब के राज्य समन्वयक शुभम शर्मा तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे. सत्रों का संचालन मौलाना मजहरुल हक अरबी और फारसी विश्वविद्यालय के आइक्यूएसी निदेशक डॉ जावेद अख्तर कर रहे हैं. सीएनएलयू के सहायक प्रोफेसर डॉ मोहम्मद सफिउल्लाह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया.
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