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बिहार के 6 जिलों में सेना की जमीन पर कब्जा, सरकार ने दिया अतिक्रमण हटाने का आदेश

Bihar News: बिहार के छह जिलों में सेना की 76.25 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा हो गया है. इसमें सरकारी विभागों के साथ आम लोग भी शामिल हैं. पटना और जहानाबाद में सबसे ज्यादा अतिक्रमण पाया गया है, जिससे सेना को अपनी भूमि पर निर्माण में दिक्कत हो रही है.

Bihar News: बिहार के छह जिलों में सेना की 76.25 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा हो गया है. यह कब्जा केवल आम लोगों द्वारा ही नहीं, बल्कि सरकारी विभागों द्वारा भी किया गया है, जिससे सेना को अपनी भूमि पर निर्माण और सुरक्षा दीवार बनाने में मुश्किलें आ रही हैं. पटना और जहानाबाद जिले इस मामले में सबसे प्रभावित हैं.

पटना और जहानाबाद में सबसे ज्यादा अतिक्रमण

पटना के नौसा इलाके में 19.88 एकड़ और जहानाबाद के कुदरा में 18.96 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा हो चुका है. इसके अलावा, मुजफ्फरपुर, सासाराम और गोपालगंज के कुछ हिस्सों में भी अतिक्रमण की खबरें हैं, जिनमें प्रमुख रूप से सरकारी विभागों का भी कब्जा शामिल है.

मुजफ्फरपुर में गंभीर स्थिति

मुजफ्फरपुर में अवैध कब्जा सबसे गंभीर रूप में सामने आया है. यहां स्टेशन हेडक्वार्टर की 9.36 एकड़ जमीन पर सरकारी विभागों के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने भी कब्जा किया है. इसमें से 4.48 एकड़ भूमि पर बिजली और पीएचईडी विभाग का कब्जा है.

अतिक्रमण हटाने की दिशा में कदम

इस गंभीर मामले के सामने आने के बाद दानापुर सर्किल के जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने बिहार सरकार के राजस्व और भूमि सुधार विभाग को सूचित किया और अवैध कब्जा हटाने का अनुरोध किया. इसके बाद संबंधित जिलों के समाहर्ताओं को अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया गया है.

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गलत म्यूटेशन और मुकदमेबाजी का मुद्दा

सेना की भूमि पर अतिक्रमण बढ़ने का एक प्रमुख कारण जमीन के रिकॉर्ड में गड़बड़ी है, जिससे जमीन पर कब्जे की संख्या बढ़ी है. इसके अतिरिक्त, कई जगहों पर अनावश्यक मुकदमेबाजी भी हो रही है, जिससे भूमि के अभिलेखों का सही तरीके से रख-रखाव करना मुश्किल हो रहा है.

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