दीपक राव/Bhagalpur News: संतमत सत्संग का प्रकाश देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी लगातार फैल रहा है. इसी का प्रभाव है कि हांगकांग में सॉफ्टवेयर इंजीनियर पद पर कार्यरत देवघर के दंपति लाखों खर्च करके संतमत सत्संग का आयोजन करा रहे हैं. दरअसल, वहां प्रवासी भारतीयों के बीच इस्कॉन का कार्यक्रम होता रहता और अब उन्हें संतमत के आयोजन की चाह हुई. इतना ही नहीं, इसमें लगातार तीसरे साल महर्षि मेंहीं आश्रम कुप्पाघाट के संत स्वामी सत्यप्रकाश बाबा विदेश में इंग्लिश में प्रवचन करेंगे. इससे पहले स्वामी सत्यप्रकाश बाबा सिंगापुर प्रवचन करने के लिए गये थे.
2022 में सिंगापुर गये थे प्रवचन करने
स्वामी सत्यप्रकाश बाबा ने बताया कि 2022 में नवादा के सत्संगी दयानंद सिंह ने सिंगापुर में सत्संग का आयोजन कराया था, जो कि वहां बिजनेसमैन हैं. इससे पहले देश के बाहर नेपाल और भूटान में प्रवचन किया. पहली बार हांगकांग जा रहे है. इसके लिए 15 दिनों का वीजा लेना पड़ा. 18 नवंबर को स्वामी सत्यप्रकाश बाबा हांगकांग के लिए प्रस्थान करेंगे और 24 तक प्रवचन करेंगे. फिर 28 नवंबर को आश्रम वापस लौटेंगे. यहां कार्यरत ललन प्रसाद और उनकी पत्नी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं.
चार साल पहले ली थी दीक्षा
ललन प्रसाद व उनकी धर्मपत्नी ने चार साल पहले कुप्पाघाट आश्रम पहुंचकर दीक्षा ली थी. इससे पहले उनके माता-पिता संतमत से दीक्षित थे. ललन प्रसाद हांगकांग में 10 वर्षों से कार्यरत हैं. केवल स्वामी सत्यप्रकाश बाबा के आने-जाने व ठहरने आदि पर तीन लाख से अधिक खर्च होंगे, जबकि पूरे आयोजन में 10 लाख से अधिक खर्च होगा. पूरा कार्यक्रम इंग्लिश भाषा में होगा.
23 देशों में प्रवचन कर चुके हैं स्वामी सत्यानंद जी महाराज
अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा के महामंत्री दिव्य प्रकाश ने बताया कि 1998 में पहली बार संतमत के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता स्वामी सत्यानंद जी महाराज फ्रांस गये और इंग्लिश में प्रवचन किया. अब तक 23 देशों में प्रवचन कर चुके हैं. अब स्वामी सत्यप्रकाश बाबा संतमत का प्रकाश देश ही नहीं विदेशों में फैला रहे हैं. यह संतमत सत्संग महासभा के लिए गौरव की बात है.