पटना : भागलपुर के लोदीपुर थाना क्षेत्र के खूटवां गांव का छात्र अमित कुमार (22) ने पटना के कदमकुआं में फांसी लगा ली, जिससे उसकी मौत हो गयी. वह बीते चार साल से कदमकुआं के काजीपुर मुहल्ले में रहकर मेडिकल की तैयारी कर रहा था. दो दिन बाद उसकी परीक्षा थी. पीएमसीएच में उसके एक भाई डॉक्टर हैं. मंगलवार की सुबह 7.30 बजे उसने अपने भाई से फोन पर बात की. उसने कहा कि वह परीक्षा की तैयारी नहीं किया है. उसके भाई ने समझाया कि जाकर परीक्षा दो. इसके बाद उसने फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया. इसकी जानकारी तब हुई जब बगल में ही रहने वाला एक लड़का उसके घर पैसा चेंज कराने गया. उसने देखा कि वह छत की कुंडी में लटक गया है. इसके बाद उसने सबको इसकी जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घर वालों को इसकी सूचना दी.
छात्र के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है. इसमें उसने लिखा कि या तो मैं नासमझ हूं जो दुनिया को समझ नहीं पाया, या तो दुनिया ने मुझे नहीं समझा. माता-पिता मुझे माफ करना. अपने दो बेटों के साथ आपलोग जिंदगी जी लेना. मैं अपनी मर्जी से ऐसा कर रहा हूं. इसके लिए किसी को दोषी नहीं माना जाये. सूत्रों कि मानें तो उसने यह भी लिखा कि मैं सुसाइड क्यों कर रहा हूं उनसे पूछ लीजियेगा, जिनसे मैंने फोन से बात की है. उसने अपने भाई के अलावा और किससे बात की है, इसके लिए पुलिस उसके मोबाइल का कॉल डिटेल निकलवायेगी और जांच करेगी.
छात्र अमित समेत वह तीन भाई था. उसका एक भाई पीएमसीएच में डॉक्टर है. दूसरा भी सरकारी नौकरी करता है. घरवाले चाहते थे कि अमित भी सरकारी नौकरी करे. इसके लिए उसे मेडिकल परीक्षा की तैयारी के लिए पटना भेजे थे. लेकिन वह अपने मां-बाप का सपना पूरा नहीं कर सका. माना जा रहा है कि परीक्षा की वजह से वह दबाव में था, तनाव में आकर उसने इस घटना को अंजाम दिया है.
posted by ashish jha