बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार की सुबह-सुबह राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे हैं. सीएम नीतीश कुमार का काफिला राजभवन पहुंचा है. मुख्यमंत्री और राज्यपाल की मुलाकात की वजह अभी सामने नहीं आयी है. हालांकि इसे औपचारिक मुलाकात बताया जा रहा है. लेकिन पिछले कुछ दिनों से बिहार की सियासत को लेकर जो सियासी कानाफूसी चल रही है उस बीच में इस मुलाकात से राजनीति गलियारे का तापमान भी बढ़ा हुआ है.
राजभवन क्यों पहुंचे नीतीश कुमार?
सीएम नीतीश कुमार राजभवन क्यों गए हैं. इसे लेकर जदयू की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. लेकिन चर्चा है कि बिहार में कैबिनेट विस्तार होने जा रहा है और इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री की मुलाकात राज्यपाल से हो सकती है. इधर, सीएम की इस मुलाकात ने पटना समेत बिहार के सियासी पारे को चढ़ा दिया है. इसकी बड़ी वजह पिछले कुछ दिनों से लगाए जा रही अटकलें हैं. जिसे खुद नीतीश कुमार ने भी खारिज किया है.
सियासी अटकलों के बीच संजय झा का बयान आया
बिहार की सियासत को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगातार अटकलें चलती रही. राजद सुप्रीमो लालू यादव ने नीतीश कुमार को ऑफर तक दे दिया. जिसपर खुद नीतीश कुमार ने बयान देते हुए साफ किया कि वो एनडीए के साथ ही सरकार में रहेंगे. सीएम और राज्यपाल की आज की इस मुलाकात से पहले जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा से जब मीडिया ने 14 जनवरी के बाद कुछ होने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने चुटकी ही ली. संजय झा ने कहा कि ‘हां हम निकलनेवाले हैं. 15 जनवरी से एनडीए की यात्रा शुरू होगी.’ संजय झा ने साफ शब्दों में कहा कि बिहार चुनाव जदयू एनडीए में रहकर ही लड़ेगा.
MLC उम्मीदवार ने नामांकन किया, मौजूद रहे सीएम और डिप्टी सीएम
इधर, बिहार विधान परिषद चुनाव के लिए NDA उम्मीदवार ललन प्रसाद ने नामांकन दाखिल किया. जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत बिहार के दोनों डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा की भी मौजूदगी रही. NDA के कई और बड़े नेता इस दौरान मौजूद रहे.