बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर एकबार फिर से धार्मिक मामले को लेकर दिए अपने बयान से विवादों में घिर गए हैं. शिक्षा मंत्री ने मंदिर को लेकर इसबार विवादित बयान दिए हैं. कभी रामचरितमानस पर सवाल खड़े करके विवादों में घिरे रहे शिक्षा मंत्री ने मंदिर की आवश्यकता पर सवाल उठाए हैं. साथ ही उन्हाेंने इसे शोषण का स्थान तक कह दिया. शिक्षा मंत्री ने राजद विधायक फतेह बहादुर के दिए विवादित बयानों और उनके द्वारा लगाए गए विवादित पोस्टरों का बचाव भी किया. वहीं चिराग पासवान ने शिक्षा मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया दी है.
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर सनातन धर्म की कई चीजों पर अक्सर सवाल खड़े करते दिखे हैं और ऐसे मुद्दों पर बयानबाजी के बाद वो विवादों में भी घिर चुके हैं. कभी रामचरितमानस पर सवाल खड़े करने वाले प्रो चंद्रशेखर ने अब राम और मंदिर पर बयान दिए हैं. रविवार को रोहतास के पड़ाव मैदान स्थित राष्ट्रीय जनता दल के तत्वाधान में आयोजित देश की पहली शिक्षिका सावित्री बाई फुले की जयंती सह फातिमा शेख सम्मान समारोह आयोजित कार्यक्रम में उद्घाटन कर्ता के रूप में बिहार के शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रोफेसर चंद्रशेखर उपस्थित हुए. इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कई बातें ऐसी कहीं जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल हो रहा है.
रोहतास के कार्यक्रम में संबोधन के दौरान प्रो चंद्रशेखर ने राबड़ी आवास के बाहर लगाए गए पोस्टर से छिड़े विवाद की ओर इशारा करके कहा कि पोस्टर में क्या कहा, मंदिर का रास्ता मानसिक गुलामी का होता है और स्कूल का रास्ता प्रकाश का रास्ता दिखाता है. राजद विधायक फतेह बहादुर के बयान और पोस्टर के पक्ष में शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी बात नहीं बल्कि देश की प्रथम शिक्षिका माता सावित्री बाई फुले की बात कही. लेकिन षड़यंत्रकारियों ने गले और जीभ की कीमत लगा दी. मैं उन षड़यंत्रकारियों को कहना चाहता हूं कि खबरदार, अब एकलव्य का बेटा अंगूठा दान नहीं देगा.अब जवाब देगा.
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वहीं मीडिया से बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि ये तो साफ है कि अगर आपको चोट लगेगी तो इलाज कराने आप मंदिर जाओगे या अस्पताल जाओगे. अगर आपको कलक्टर, एसपी, एमपी, विधायक बनना होगा तो आप मंदिर जाओगे या स्कूल जाओगे. राजद विधायक फतेहबहादुर सिंह के पक्ष में उतरकर शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने क्या गलत कहा है. उन्होंने वही बातें कही जो माता सावित्री बाई फुले ने कही. शिक्षा की अनिवार्यता है या नहीं और फिर कहां जाएंगे लोग. लुटने के लिए लोग बैठे हैं तो लुटाने कहां जाएंगे.क्षद्म राष्ट्रवाद और क्षद्म हिंदुवाद से सतर्क रहना चाहिए. मंत्री ने कहा कि जब हमारे और आपमें हर जगह राम जी हैं तो उन्हें ढूंढने कहां जाओगे. हर जगह जब ईश्वर प्रभु परमात्मा हैं तो हम ढूंढने कहां जाएं. जो स्थलें निर्धारित की गयी हैं वो शोषण का स्थल बनाया गया है. चंद समाज के षड़यंत्रकारियों की जेब भरने की जगह है.
#WATCH | Bihar Education Minister Chandra Shekhar says, "If you get injured, where will you go? Temple or hospital? If you want education and want to become an officer, MLA, or MP, will you go to a temple or school? Fateh Bahadur Singh (RJD MLA) said the same thing that had been… pic.twitter.com/4Vz3xFDaZc
— ANI (@ANI) January 8, 2024
वहीं लोजपा नेता चिराग पासवान ने शिक्षा मंत्री पर हमला किया और कहा कि अपने विभाग का ध्यान रखने के अलावे उनकी चिंता सनातन धर्म को गाली देने पर अधिक क्यों रहता है. ये समझ से परे है. ताज्जुब इस बात का है कि उनकी पार्टी का नेतृत्व और उनके गठबंधन के साथी इसे क्यों बर्दाश्त करते हैं. आप लोगों के भावना को आहत कर रहे हैं और भड़का रहे हैं. इन्हें पद से बर्खास्त कर देना चाहिए. इनके दल ने सनातन पर हो रहे बयानबाजी को बर्दाश्त किया है. अगर ये गठबंधन पिछले चुनावों में हारा है तो इन बयानों से ही हारा है.
#WATCH | On Bihar Education Minister Chandra Shekhar's remark, Lok Janshakti Party (Ram Vilas) president Chirag Paswan says, "It is beyond my understanding that instead of worrying about his own department why he is worried about abusing Sanatana Dharma…What surprises me is why… https://t.co/tYwcpvCiiS pic.twitter.com/QHSFGv5kZw
— ANI (@ANI) January 8, 2024
रविवार को रोहतास में एक कार्यक्रम के दौरान शिक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कुछ और बातें कहीं. उन्होंने संबोधन के दौरान कहा कि ”शहीद जगदेव भगत का बेटा अपना आहुति नहीं देगा.अब आहुति लेना जानता है. इसलिए खबरदार षडयंत्रकारियों. बहुजन के 90% पसीना से इतना इतना समुद्र खड़ा होगा कि सात समुंदर पर दूर नजर आओगे. कुनबे में बैठे हुए लोग विभोर संघर्ष करो. हम शिक्षित हुए पर मगर संगठित नहीं हो पाए हैं.”