Bihar Election 2020, पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में भारत निर्वाचन आयोग ने 33,804 नये सहायक बूथों के गठन की स्वीकृति दे है. अब राज्य में मतदाताओं को विधानसभा चुनाव में कुल 106527 बूथों पर मतदान करने का मौका मिलेगा. आयोग ने जिलों द्वारा प्रति हजार मतदाताओं पर एक बूथ के गठन की स्वीकृति दे दी. आयोग ने कहा है कि नये सहायक बूथों में 3233 ऐसे बूथ हैं जिनकी स्थापना दो किमी के अंदर हो जिससे मतदाता आसानी से जाकर वहां पर मतदान कर सकें.
निर्वाचन आयोग ने राज्य की सभी 38 जिलों की 243 विधानसभा क्षेत्रों में सहायक बूथ बनाने की स्वीकृति दी है. अब पश्चिम चंपारण जिले की नौ विस क्षेत्रों में कुल 1159 नये सहायक बूथों के गठन होने के बाद जिले में कुल बूथों की संख्या बढ़कर 3662 हो जायेगी. पूर्वी चंपारण जिले की 12 विस क्षेत्रों में बूथों की संख्या में 1686 का इजाफा हो जायेगा.
राजद के प्रधान महासचिव व पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को 30 जुलाई को लिखे एक औपचारिक पत्र में डब्ल्यूएचओ के एक आकलन के आधार पर बताया है कि बिहार में अक्तूबर-नवंबर में चुनाव कराना मुश्किल होगा़ यह देखते हुए कि उस समय यहां कोरोना चरम पर होगा़ ऐसे में चुनाव आयोग को राज्य में चुनाव कराना चुनौतीपूर्ण हो जायेगा़ चुनाव आयोग को देखना चाहिए कि विशेषकर इवीएम से कोरोना संक्रमण मुक्त चुनाव कराये जा सकते हैं या नहीं? इस संदर्भ में मांग की गयी कि अगर इन तमाम आशंकाओं के बीच भी चुनाव कराने की परिस्थितियां मौजूद हों तो चुनाव बैलेट पेपर से कराया जाये़
सभी दलों को मिले प्रचार का समान अवसर : कांग्रेस
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ मदन मोहन झा ने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि विधान सभा चुनाव मतदाताओं की जिंदगी से अधिक जरूरी नहीं है. पार्टी ने यह भी कहा था कि चुनाव में सभी दलों को प्रचार का समान मौका दिया जाये. अगर आयोग ऐसे माहौल में चुनाव करा सकता है तो चुनाव की पहल करे.