Bihar Electricity Rate: बिहार में बिजली की दर में बदलाव आने वाला है. बिजली आपूर्ति कंपनियों ने 2025-26 में रिन्यूएबल इनर्जी यानी गैर पारंपरिक ऊर्जा का इस्तेमाल करने पर 1.17 रुपये प्रति यूनिट ग्रीन टैरिफ लगाने का प्रस्ताव रखा है. साथ ही अधिकतम 10 किलोवाट से अधिक मांग रखने वाले सभी स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं को टीओडी यानी टाइम ऑन डे टैरिफ के दायरे में लाने का प्रस्ताव दिया है.
क्या है बिजली कंपनी की तैयारी?
टाइम ऑन डे टैरिफ के दायरे में आए उपभोक्ताओं को रात 11 से सुबह 9 बजे तक बिजली नार्मल रेट पर मिलेगी जबकि सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ऊर्जा शुल्क के 80% दर पर बिजली मिलेगी. वहीं शाम 5 बजे से रात 11 बजे तक पीक समय में बिजली 20% तक महंगी होगी. जबकि लीन ऑवर में 20 प्रतिशत सस्ती बिजली मिलेगी. बिजली कंपनियों के इन प्रस्तावों पर बिहार विद्युत विनियामक आयेाग पटना समेत पांच शहरों में 8 से 20 फरवरी तक जनसुनवाई करके फैसला करेगा. 1 अप्रैल 2025 से नयी दर लागू होगी.
इस प्रस्तावित नयी बिजली टैरिफ की प्रमुख बातें…
- हाई टेंशन स्पेशल सर्विस कैटेगरी को छोड़कर किसी श्रेणी में शुल्क नहीं बढ़ेगा
- 11/33 केवी HTSS कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं के लिए 1 रुपए प्रति यूनिट की बढ़ोतरी होगी.
- बिजली कंपनी से रिन्यूएबल इनर्जी की मांग करने पर ऊर्जा शुल्क के अलावे 1.17 रुपये प्रति यूनिट की दर से ग्रीन ट्रैफिक लगेगा.
- कृषि उत्पादों का भंडारण करने वाले कोल्ड स्टोरेज के लिए विशेष टैरिफ बनेगा.
- कृषि और गैर घरेलू उपभोक्ताओं पर पावर फैक्टर सरचार्ज नहीं लगेगा.
- HT उपभोक्ताओं को लोड फैक्टर इंसेंटिव मिलेगा. कुल लोड का 60% से अधिक बिजली यूज करने पर कुल ऊर्जा खपत पर 30 पैसे प्रति यूनिट की दर से छूट मिलेगी.
- कृषि कनेक्शन छोड़कर अधिकतम मांग 10 किलोवाट से अधिक रखने वाले यूजर को टाइम ऑन डे टैरिफ का लाभ मिलेगा.