बिहार में सड़कों और पुल-पुलियों का जाल बिछाने के बाद राज्य के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंचने की कनेक्टिविटी पूरी हो गयी है. अब राज्य सरकार राज्य के नागरिकों को हर 100-200 किलोमीटर के बाद नये एयरपोर्ट तैयार कर देश-विदेश से एयर कनेक्टिविटी देने जा रही है. इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा तेजी से काम किया जा रहा है. राज्य सरकार द्वारा वर्तमान तीन एयरपोर्ट के अलावा पांच नये एयरपोर्ट तैयार करने जा रही है. वर्तमान में बिहार में लोकनायक जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पटना, गया एयरपोर्ट और दरभंगा में एयरपोर्ट कार्यरत हैं.राज्य के सिर्फ तीन एयरपोर्ट से कनेक्टिविटी मिल रही है.
रक्सौल एयरपोर्ट का भी होगा निर्माण
मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने बताया कि एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के साथ एयरपोर्ट निर्माण पर लगातार प्रगति पर चर्चा की जा रही है. पटना के बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण को लेकर कुछ अड़चनें हैं, जिन्हें दूर किया जा रहा है. बिहटा एयरपोर्ट की सभी प्रकार की बाधाएं दूर कर उसके निर्माण की दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अगले साल वर्ष 2025 के जुलाई-अगस्त तक पूर्णिया में नया एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जायेगा. इससे पूर्वी बिहार के लोगों की कनेक्टिविटी मिलेगी. पूर्णिया एयरपोर्ट का टेंडर हो चुका है. इसके अलावा भारत-नेपाल सीमा पर रक्सौल एयरपोर्ट का निर्माण किया जा रहा है. यह दो देशों की सीमा से सटे होने के कारण महत्वपूर्ण एयरपोर्ट है. मुख्य सचिव ने बताया कि रक्सौल एयरपोर्ट के लिए 137 एकड़ जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है.
राजगीर में भी एयरपोर्ट का निर्माण होगा
इसके साथ ही राजगीर में एक नया एयरपोर्ट का निर्माण का भी काम किया जा रहा है. राज्य का पांचवां नया एयरपोर्ट भागलपुर के सुल्तानगंज में स्थापित किया जायेगा. इसके निर्माण पर भी काम किया जा रहा है. मुख्य सचिव ने बताया कि उत्तर बिहार में रक्सौल, मिथिला क्षेत्र में दरभंगा और कोसी क्षेत्र में पूर्णिया एयरपोर्ट का निर्माण होगा. इसी प्रकार से अंग क्षेत्र में भागलपुर, जबकि मगध क्षेत्र में गया और राजगीर एयरपोर्ट होगा. राजधानी पटना में पहले से ही एयरपोर्ट है.