Bihar Flood: आपदा प्रबंधन विभाग ने सोमवार को जारी बुलेटन में कहा कि गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों में आयी बाढ़ से पूर्वी एवं पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, सिवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, मधुबनी, दरभंगा, सारण एवं सहरसा के 55 प्रखंडो में 269 गांव के पंचायतों के अन्तर्गत 9.90 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित है.
जलस्तर पर लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है.
सोमवार को विभागीय मंत्री द्वारा विभाग में संचालित राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र में बाढ़ राहत से संबंधित की जा रही कार्रवाई की समीक्षा की गयी. अपर मुख्य सचिव आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा हवाई सर्वेक्षण करते हुए दरभंगा एवं सीतामढ़ी जिला के जिला पदाधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी के साथ स्थिति की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है. विभाग के मुताबिक गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों के जलस्तर में लगातार घट रही है. बावजूद इसके अभी कुछ दिनों तक जलस्तर पर लगातार निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है.
चार जिलों में सात स्थान पर तटबंध टूटे
विभाग ने कहा कि जल संसाधन विभाग से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार चार जिलों में सात स्थान पर तटबंध टूटे है. सीतामढ़ी जिला में बेलसंड प्रखण्ड के अंतर्गत मधकौल एवं सौली रूपौली तथा रुन्नीसैदपुर प्रखंड के अन्तर्गत तिलकताजपुर एवं खडुआ में तटबंध टूटा है. पश्चिम चंपारण में बगहा-1 प्रखंड के अन्तर्गत खैरटवा गांव में, शिवहर के तरियानी प्रखंड के अन्तर्गत छपरा में एवं दरभंगा जिला के अन्तर्गत किरतपुर प्रखण्ड के भुबोल गांव में कोसी तटबंध टूटा. इससे प्रभावित आबादी को जिला प्रशासन द्वारा एसडीआरएफ, एनडीआरएफ तथा स्थानीय नावों के माध्यम से सुरक्षित स्थान पर लाया गया है. जिला प्रशासन द्वारा अन्य राहत की कार्रवाई की जा रही है.
रांची और वाराणसी से छह टीमें बिहार पहुंची
विभाग के मुताबिक बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए एनडीआरएफ की 15 टीम, एसडीआरएफ 15 टीमों को तैनात किया गया है. वहीं,इसके अतिरिक्त वाराणसी एवं रांची से एनडीआरएफ की तीन-तीन टीमों को बुलाया गया है. जिससे विभिन्न जिलों में राहत एवं बचाव कार्य लगी है.
Also Read: Smart Meter के खिलाफ गलत जानकारी फैलाई तो होगी कानूनी कार्रवाई, तुरंत जानें नई गाइडलाइन
127 सामुदायिक रसोई केंद्र में 49400 लोगों को मिल रहा खाना
विभाग ने कहा है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन द्वारा 127 सामुदायिक रसोई केंद्र का संचालन किया जा रहा है. जहां लगभग 49400 लोगों को भोजन कराया जा रहा है. इसके अतिरिक्त 71 राहत शिविर का संचालन किया जा रहा हैं. जहां लगभग 54700 बाढ़ शारणार्थी शरण लिये हुए है. साथ ही बाढ़ प्रभावितों के बीच 30500 पॉलीथीन शीट एवं लगभग 25600 ड्राई राशन पैकेट बांटा गया. लोगों के लिए 800 नावों का परिचालन कराया जा रहा है. आठ बोट एम्बुलेंस का भी परिचालन किया जा रहा है जिनपर मोबाइल मेडिकल टीम है.