Bihar Land Survey: बिहार में 20 अगस्त 2024 से भूमि सर्वेक्षण का काम जारी है. इसे लेकर कई तरह की भ्रांतियां फैलाई गयी. विपक्षी दलों ने इसे स्कैम बताया. घूसखोरी के भी कई मामले सामने आये. भूमि सर्वे शरू होते ही दूसरे राज्यों में रह रहे लोग काम-धंधा छोड़कर गांव आ गए ताकि उनकी जमीन के साथ कोई खेला न कर दे. कई संकटों को पार करने के बाद अब इस सर्वे को लेकर बड़ा अपडेट आया है. जिसमें बताया गया है कि राज्य सरकार जल्द उन गांवों की लिस्ट जारी करेगी जहां सर्वेक्षण का काम पूरा हो गया है. संबंधित मंत्रालय ने फर्स्ट फेज में 20 जिलों से जानकारी मांगी है. अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार द्वारा समीक्षा करने के बाद लिस्ट जारी की जाएगी.
भू अभिलेख एवं परिमाप अधिकारी ने क्या बताया
भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जे प्रियदर्शिनी ने कहा कि राज्य में भूमि सर्वे का काम तेजी से पूरा हो रहा है. राज्य सरकार ने उन गांवों की सूची तैयार करने का काम शुरू कर दिया है जहां सर्वेक्षण पूरा हो चुका है. जे प्रियदर्शिनी ने बताया कि 20 जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों से डिटेल मांगा गया है.
सर्वे पर आया बड़ा अपडेट
जे प्रियदर्शिनी ने आगे बताया कि यह काम बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम 2011 के अंतर्गत किया जा रहा है. बिहार सरकार इस कानून के तहत उन गांवों की सूची बनाएगी, जहां सर्वेक्षण पूरा हो गया है. इस काम से जमीन के मालिकाना हक को लेकर होने वाले विवादों में कमी आएगी और पुलिस प्रशासन अपनी क्षमता का उपयोग अन्य कामों में कर पाएगी.
इन जिलों में सर्वेक्षण का काम लगभग पूरा
निदेशक ने बताया कि 20 जिलों के बंदोबस्त पदाधिकारियों से सर्वेक्षण की जानकारी मांगी गई है. इनमें अररिया, बांका, बेगूसराय, जमुई, जहानाबाद, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, लखीसराय, मधेपुरा, मुंगेर, नालंदा, पूर्णिया, सहरसा, शेखपुरा, शिवहर, सीतामढ़ी, पश्चिम चंपारण, सुपौल और अरवल शामिल हैं. इन जिलों में भूमि सर्वेक्षण का काम पूरा हो चुका है.
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