Bihar News: राजधानी पटना में गंगा पथ परियोजना के तहत बाईं ओर की जमीन को अब अतिक्रमण मुक्त करने और उस क्षेत्र का सौंदर्यीकरण करने का फैसला लिया गया है. जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने इसको लेकर गंगा नदी क्षेत्र में अतिक्रमण और अवैध संरचनाओं पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं. इसको देखते हुए 23 से 25 जनवरी तक इस अभियान के लिए दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, और पर्याप्त संख्या में महिला और पुरुष लाठी बल को तैनात किया गया है.
अतिक्रमण हटाने का उद्देश्य और निर्देश
बाईं ओर की चिह्नित जमीन पर अवैध निर्माण हटाने के लिए अभियान. जानकारी के अनुसार, अतिक्रमण मुक्त क्षेत्र में घेराबंदी और पौधारोपण का कार्य किया जाएगा. जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर ने अतिक्रमणकारियों पर दंडात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. अतिक्रमण हटाने के बाद संबंधित सरकारी विभागों को सौंदर्यीकरण और घेराबंदी की जिम्मेदारी दी गई है. बाईं ओर की जमीन से अतिक्रमण हटाने के बाद मल्टी लेवल पार्किंग और डेडिकेटेड कॉरिडोर का निर्माण भी प्रस्तावित है. साथ ही शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और सौंदर्यीकरण पर भी विशेष ध्यान है. इसके अलावा देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के लिए खास प्रबंध होगा. राजीव नगर और आनंदपुरी नाले समेत प्रमुख नालों को ढककर सड़क बनाने की योजना है.
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अनुमंडल पदाधिकारियों को भी दिए गए निर्देश
दीघा से कंगनघाट तक निरीक्षण के दौरान गंगा नदी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण पाया गया. गेट नंबर 88 के पास जेपी गंगा पथ के दक्षिणी भाग में भी अतिक्रमण की स्थिति है. आईटीआई जमीन और अन्य क्षेत्रों में भी अवैध कब्जा है. 23 जनवरी से प्रभावी तरीके से अतिक्रमण मुक्त कराने का अभियान शुरू करने के निर्देश दिये गए हैं. अनुमंडल पदाधिकारियों को भी इसको लेकर निर्देश जारी किए गए हैं. जानकारी के अनुसार, महिला और पुरुष लाठी बल को सुबह 10 बजे से कार्रवाई के लिए तैयार रहने का आदेश दिया गया है. अतिक्रमण मुक्त अभियान के दौरान अतिक्रमणकारियों की गतिविधियों पर सख्त निगरानी के भी निर्देश हैं.
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