बिहार में बड़े पैमाने पर हो रही बहाली पर भाजपा द्वारा सवाल उठाए जाने पर राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने तिखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि भाजपा की बुनियाद ही झूठ और प्रोपेगंडा पर टिकी हुई है. यह उनका बुनियादी चरित्र है. उन्होंने कहा कि बिहार में हो रहे बड़े पैमाने पर नियुक्ति से भाजपा काफी परेशान है, और इसी परेशानी की वजह से नियुक्ति के बारे में दुष्प्रचार किया जा रहा है. (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 16 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में 10459 पुलिस कर्मियों के बीच नियुक्ती पत्र का वितरण किया. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने बिहार पुलिस में 44000 स्वीकृत पदों पर शीघ्र नियुक्ति की घोषणा की है. सीएम नीतीश ने इन पदों पर भर्ती के लिए पदाधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां महिला थाने के बाहर पुलिस कर्मियों ने एक शिकायतकर्ता परिवार की जमकर पिटाई कर दी. घटना की कुछ तस्वीरें भी सामने आयी है. जानकारी के मुताबिक एक परिवार किसी मामले को लेकर महिला थाने में शिकायत करने के लिए पहुंचा था. जहां किसी बात को लेकर पुलिस और परिवार के बीच तू-तू मैं-मैं हो हो गयी. देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया है. थाने के सामने पुलिस और शिकायत कर्ता परिवार के बीच संग्राम छिड़ गया. (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
नवगछिया के ढोलबज्जा में एक महिला ने अपने प्रेमी के घर के सामने धरना दे दिया. महिला पूर्व में दो शादी कर चुकी है और उसे एक मुंशी से प्रेम हो गया था. महिला की मानें तो मुंशी ने उसे कई महीनों तक अपने साथ रखा. लेकिन बीच में रिश्तों में खटास आया तो उसे चालाकी से छोड़कर भाग गया. महिला जब उसके घर पहुंच गयी तो ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गयी. (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
बिहार के बेगूसराय जिला एक बार फिर से चर्चा में है. लेकिन इस बार जिले का चर्चा में रहना आपराधिक घटना नहीं बल्कि आशिकी है. दरअसल, इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में एक ASI गुस्से में एक महिला की मांग को भरता नजर आ रहा है. वीडियो में दिख रहे एएसआई की पहचान सुमंत शर्मा के रूप में हुई है. सुमंत वर्तमान में जिला उत्पाद विभाग में तैनात है. (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गोपालगंज के बाद अब कुढ़नी में भी नीतीश कुमार -तेजस्वी यादव का गेम बिगाड़ने की तैयारी पूरी कर ली है. एआईएमआईएम ने कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में अपना उम्मीदवार उतार दिया है. पार्टी ने उम्मीदवार के तौर पर ऑल इंडिया मोमिन कॉन्फ्रेंस के सदस्य और पूर्व जिला पार्षद गुलाम मुर्तजा अंसारी को मैदान में उतारा है. गुलाम मुर्तजा जेडीयू के साथ-साथ आरजेडी में भी रह चुके हैं. अब देखना दिलचस्प होगा कि कुढनी की चुनावी लड़ाई में गुलाम मुर्तजा अंसारी को कितने वोट मिलते हैं. (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
सीबीएसइ 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा से पहले इस बार स्कूलों में दो बार प्री बोर्ड परीक्षा का आयोजन होगा. इस संबंध में सीबीएसइ ने सभी स्कूलों को निर्देश दे दिया है. 10वीं और 12वीं वार्षिक परीक्षा 2023 के लिए स्कूलों में दो बार प्री बोर्ड लेने को कहा गया है. पहला प्री बोर्ड दिसंबर और दूसरे का आयोजन जनवरी में होगा. इस दौरान अगर किसी स्टूडेंट्स का प्री बोर्ड रिजल्ट खराब होता है तो उन स्टूडेंट्स के लिए स्कूलों की ओर से अतिरिक्त कक्षाएं आयोजित करा कर तैयारी करायी जायेगी. (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
राजद के प्रदेश अध्यक्ष पर जगदानंद सिंह बने रहेंगे या किसी और को इसकी जिम्मेदारी दी जायेगी, इस पर अंतिम फैसला इसी सप्ताह हो जाने की उम्मीद है. सिंगापुर जाने से पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पार्टी से संबंधित सभी पेंडिंग फाइल को निबटा लेना चाहते हैं. इसके लिए वो पार्टी नेता तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात कर रहे हैं. (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
पटना हाइकोर्ट के आदेश का अनुपालन नहीं करने के एक मामले में पटना सिटी के सब जज-6 से जवाब तलब किया है. न्यायाधीश संदीप कुमार की एकलपीठ ने आफताब हुसैन द्वारा दायर रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए यह निर्देश दिया. कोर्ट ने कहा कि पटना सिटी के सब जज-6 अपने पद पर बने रहने के लायक नहीं हैं. कोर्ट ने उनसे छह सप्ताह में इस मामले में स्पष्टीकरण भी मांगा है. कोर्ट ने उनसे यह पूछा है कि पिछली सुनवाई में एकलपीठ ने जो निर्देश उन्हें दिया था, उसका अनुपालन अभी तक उनके द्वारा किया गया है या नही. (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
पटना के लोगों के लिए फटे पुराने नोट को बदलना एक सिरदर्द जैसा है. लोग समझ ही नहीं पा रहे हैं फटे पुराने नोटों का क्या करें. कोरोना काल में रिजर्व बैंक का एक्सचेंज काउंटर सुरक्षा के मद्देनजर बंद किया गया था, लेकिन दो साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अब तक काउंटर नहीं खुला है. इससे हर दिन तीन-चार दर्जन लोगों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है. (विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)