Bihar News: पटना. बिहार के बक्सर जिले के केसठ ब्लॉक के रामपुर गांव में एक गधे की मौत हो गयी है. गधे की के बाद 55 लोगों पर केस दर्ज हुआ है. केस बिजली विभाग ने कराया है और यह पूरा मामला बीते 11 सितंबर का ही है. अब बीते गुरुवार को रामपुर गांव के लोगों ने बैठक कर निर्णय लिया कि या तो बिजली विभाग एफआईआर वापस ले ले नहीं तो फिर वे सभी लोग केस लड़ने के लिए भी तैयार हैं.
अब समझिए क्या है पूरा मामला
11 सितंबर को केसठ प्रखंड के रामपुर गांव में बिजली के खंभे के संपर्क में आने से मौके पर ही एक गधे की मौत हो गई थी. दूसरा गधा भी करंट की चपेट में आ गया. उसको बचाने में दो लोग धनजी रजक और साथ में डिप्टी रजक भी घायल हो गए. यह घटना शाम के करीब 5 बजे हुई थी. इसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने चकौड़ा पावर ग्रिड जाकर मुख्य गेट पर बैठ गए और मुआवजे की मांग करने लगे. अधिकारियों को बुलाने की जिद करने लगे. रात के 9 बजे तक हंगामा होता रहा.
प्रखंड की ढाई घंटे तक पावर सप्लाई रही बाधित
इस दौरान करीब ढाई घंटे तक पावर सप्लाई पूरे प्रखंड की बाधित रही. जानकारी मिलने के बाद डुमरांव अनुमंडल के बिजली विभाग के एसडीओ राकेश कुमार दुबे चकौड़ा पावर ग्रिड पहुंचे. स्थानीय लोगों से उन्होंने बातचीत की जिसके बाद पावर सप्लाई को चालू किया गया लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई. इसके बाद ही लोगों पर थाने में विभाग के सहायक अभियंता ने केस दर्ज करा दिया.
1,46,429 रुपये का हुआ है नुकसान
इस पूरे मामले में बिजली विभाग ने पांच नामजद और 50 अज्ञात लोगों पर वासुदेवा थाने में केस दर्ज करा दिया है. बिजली विभाग के सहायक अभियंता अवनीश कुमार की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराई गई. बताया गया कि रामपुर गांव के लोगों के चलते करीब ढाई घंटे बिजली बंद रही. इसमें साउथ बिहार बिजली कंपनी को 1,46,429 का नुकसान हुआ है. प्राथमिक में एक गधे की मौत का भी जिक्र किया गया है.
गधे को बचाने गये दो लोग घायल
एफआईआर में रामपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि विकास चंद्र पांडेय और सरपंच विष्णु देव पासवान के अलावा बीडीसी मंजू कुमारी और आलमगीर के अलावा आफताब को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. 50 अज्ञात के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है. मुखिया प्रतिनिधि विकास चंद्र पांडे ने शुक्रवार को फोन पर बताया कि एक गधे की मौत और एक अन्य गधे के घायल होने के बाद उसे बचाने गए दो लोग (धनजी रजक और डिप्टी रजक) भी घायल हो गए थे.
आज बक्सर में दर्ज हुआ मामला
विकास चंद्र पांडे ने कहा- “हम लोगों ने पूरे प्रखंड की लाइट बंद नहीं कराई थी. हम लोगों ने बिजली विभाग के अधिकारी को भी बुलाया था ताकि ऐसी घटना फिर ना हो क्योंकि पूर्व में भी दर्जनों मवेशियों की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद बिजली विभाग की ओर से इफआईआर दर्ज करा दी गई.” वासुदेवा थाना में गधे की मौत के बाद शिकायत दर्ज कराने के लिए गए थे हम लोग लेकिन सनहा तक दर्ज नहीं किया गया. अब हम लोग अनुसूचित थाने (बक्सर) में आज मामला दर्ज कराने जा रहे हैं.