Bihar News औरंगाबाद मंडल कारा में बंद 50 वर्षीय बंदी रंजीत कुमार सिंह की मौत मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मृतक के भाई व जम्होर थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव निवासी रामकुमार सिंह उर्फ महंथ सिंह ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है,जिसमें मंडल कारा के जेलर और जेल अधीक्षक को आरोपित बनाया है. प्राथमिकी में उल्लेख किया है कि उनके भाई रंजीत कुमार सिंह मंडल कारा ने आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे.
उनकी मौत जेलर और जेल सुपरिंटेंडेंट की लापरवाही से हुई है. वे बीमार नहीं थे. उनकी उम्र 45 वर्ष थी. उनकी मौत के पीछे साजिश है. घटना की सूचना जेल के हीं किसी व्यक्ति द्वारा परिजनों को मोबाइल से दी गई थी. जब सूचना पर अस्पताल पहुंचा तो अपने भाई को मृत पाया. ज्ञात हो कि गुरुवार यानी 12 दिसंबर की शाम मंडल कारा में बंद रंजीत कुमार सिंह की मौत सदर अस्पताल में हो गयी थी.
चर्चा थी कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गयी. जेल प्रशासन का कहना था कि उन्हें ब्लड प्रेशर की शिकायत थी. तबीयत खराब होने पर जेल में ही इलाज कराया गया. जब स्थिति गंभीर हो गयी तो उन्हें सदर अस्पताल भेजा गया,जहां उनकी मौत हो गयी. नगर थानाध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मृत बंदी के भाई रामकुमार सिंह के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है,जिसमें जेलर और जेल अधीक्षक को आरोपित बनाया गया है.