Bihar News: पटना. भारत में उत्पादन का लगभग 30 फीसदी अनाज खुले में रहने के कारण प्रत्येक वर्ष बर्बाद हो जाता है. बिहार में भी उत्पादित अनाज की गंभीर समस्या है. सरकार अब इस समस्या का निदान करने जा रही है. बिहार में 116 करोड़ से 205 अनाज गोदाम बनेंगे. ये गोदाम 196 पैक्सों और 9 व्यापार मंडलों में बनेंगे. इन गोदामों की भंडारण क्षमता 1.621 लाख एमटी होगी. सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने यह जानकारी दी है.
तीन आकार के बनेंगे गोदाम
सहकारिता मंत्री ने बताया कि गोदाम 200 एमटी, 500 एमटी और एक हजार एमटी क्षमता के होंगे. योजना के तहत 50 फीसदी अनुदान और 50 फीसदी चक्रीय पूंजी के रूप में दिए जाएंगे. वित्तीय वर्ष 2024-25 में विभागीय राज्य स्तरीय समिति की ओर से चयन कर 200 एमटी क्षमता के तीन गोदाम, 500 एमटी क्षमता के 81 गोदाम तथा 1000 एमटी क्षमता के 121 गोदाम कुल 205 गोदामों के प्रस्ताव मिले थे. इस पर स्वीकृति मिल गई है.
325 गोदाम निर्माण के लिए 169 करोड़ रुपये जारी
उन्होंने बताया कि इससे पहले वित्तीय 2023-24 में 325 गोदाम निर्माण के लिए 169 करोड़ रुपये का उप आवंटन 27 जिलों को उपलब्ध कराया गया है, जिस से 2.36 लाख एमटी भंडारण क्षमता का निर्माण कराया जा रहा है. 2023-24 तक कुल 7056 पैक्सों, व्यापार मंडलों में 15.57 लाख एमटी क्षमता के गोदाम का निर्माण करा लिया गया है.
20 लाख एमटी हो जाएगी भंडारण क्षमता
निर्माणाधीन गोदाम के पूर्ण होने के बाद राज्य में भंडारण क्षमता 20 लाख एमटी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि आधारभूत संरचना को सशक्त बनाने के लिए पैक्सों, व्यापार मंडलों में भंडारण क्षमता उपलब्ध कराया जाना है. गोदाम निर्माण के लिए सरकारी भूमि को प्राथमिकता दी जाएगी. सरकारी भूमि की अनुपलब्धता की स्थिति में निबंधित लीज या दान की भूमि पर गोदाम निर्माण हो सकता है.