Bihar News: बिहार में मोबाइल फोन की झपटमारी और चोरी करने वाले गिरोह के तार नेपाल तक जुड़े हैं. चोरी किए गए मोबाइल फोन भागलपुर भेजे जाते हैं जहां इन मोबाइल का सॉफ्टवेयर बदल दिया जाता है. सॉफ्टवेयर बदलने के बाद उस फोन को नेपाल भेज दिया जाता है जहां इसकी डिमांड होती है. हाल में पूर्णिया में मोबाइल झपटमारी करने वाले गिरोह के तीन अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उन्होंने पुलिस को बताया कि गिरोह किस तरह काम करता है. भागलपुर में भी सॉफ्टवेयर बदलने वाले की खोज पुलिस कर रही है. जबकि खुलासा हुआ है कि इन मोबाइल चोरी से ये अपराधी धनकुबेर बनते हैं.
पूर्णिया में झपटमारी, भागलपुर में सॉफ्टवेयर चेंज और नेपाल में सप्लाई
पूर्णिया के मरंगा थाना क्षेत्र से पकड़े गए मोबाइल झपटमारों ने पुलिस को बताया है कि वो लोगों से उनका मोबाइल फोन छीनकर भागलपुर भेज देते थे. उनका सरगना भागलपुर में ही रहता है और छीने गए मोबाइल फोन का सॉफ्टवेयर वह बदल देता है. भागलपुर में इन मोबाइल फोन का सॉफ्टवेयर बदल दिया जाता है जिससे पुलिस के लिए भी इन फोन को ट्रेस करना मुश्किल होता है. उसके बाद फोन को नेपाल में बेच दिया जाता है. वहीं भागलपुर में सॉफ्टवेयर बदलने वाले गिरोह भी पुलिस के रडार पर हैं और उनकी गिरफ्तारी जल्द हो सकती है.
धनकुबेर बन रहे झपटमार
इस गिरोह के तार कोसी-सीमांचल और अंगक्षेत्र के जिलों में पसरे हैं. पूर्णिया पुलिस ने यह भी खुलासा किया है कि गिरोह के इन अपराधियों के बैंक खाते में बड़ा ट्रांजेक्शन भी हुआ है. इसकी जांच चल रही है. एक संगठित गिरोह बिहार से नेपाल तक मिलकर यह काम करता है. बताते चलें कि बिहार में मोबाइल छिनतई की घटना लगातार सामने आती है.
बच्चों को भी गिरोह में शामिल किया
पूर्णिया में मोबाइल छीनने के कई मामले सामने आए हैं. साइबर थाना द्वारा एक मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश किया गया था जिसमें कई बच्चे भी शामिल थे. मोबाइल चोरी के खेल में सीएसपी सेंटर की भी भूमिका निकली है. चोरी किए गए मोबाइल का लॉक तोड़कर यूपीआई से रुपये सीएसपी द्वारा निकाले जाते थे. जिनका मोबाइल चोरी होता है उनके बैंक खाते भी खाली कर दिए जाते हैं.