Bihar News: बिहार में पुलिसकर्मियों की खुदकुशी का मामला थमा नहीं है. बीते 17 दिनों के अंदर तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी. तीनों ही मामला आत्महत्या का है. पिछले महीने सीतामढ़ी के बैरगनिया थाना के थानाध्यक्ष का शव फंदे से लटका मिला था. जबकि गुरुवार यानी दिवाली के दिन समस्तीपुर पुलिस लाइन में बैरक में बाथरूम के अंदर एक महिला सिपाही का शव खिड़की में फंदे से झूलता मिला था. वहीं अब इस घटना के ठीक एक दिन बाद ही पटना में ट्रैफिक संचालन कार्यालय एकता भवन के बैरक में एक दारोगा ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली है. तीनों ही मौत संदिग्ध परिस्थिति में हुई और कई गुत्थी इसकी उलझी रही है.
17 दिनों के अंदर तीन पुलिसकर्मियों की मौत
बिहार में पुलिसकर्मियों की संदिग्ध मौत के तीन मामले हाल में सामने आए. बीते 17 दिनों के अंदर तीन पुलिसकर्मियों के शव बरामद हुए. जिसमें एक इंस्पेक्टर सह थानेदार और महिला सिपाही के शव फंदे से झूलते मिले. जबकि एक ASI ने सिर में गोली मारकर खुदकुशी कर ली. तीनों ही मौत मामले में कई सवाल उठे. अगर इन पुलिसकर्मियों ने खुदकुशी की तो इसके पीछे की वजह क्या रही होगी. इसके बारे में कोई स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है. वहीं एक के बाद एक करके पुलिसकर्मियों की खुदकुशी के मामले ने पुलिस महकमे की चिंता भी बढ़ा दी है.
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दिवाली के दिन महिला सिपाही ने की आत्महत्या
समस्तीपुर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दुधपुरा स्थित पुलिस केंद्र में गुरुवार को दिवाली के दिन महिला बैरक में बाथरुम के अंदर मधेपुरा जिला के गम्हरिया थाना क्षेत्र के तरावा निवासी सिपाही वंदना कुमारी (24 वर्ष) का शव बरामद हुआ. मृतका का शव बाथरुम के अंदर खिड़की में फंदे से झूल रहा था. बाथरूम का दरवाजा खुला हुआ था और उसकी बाएं गाल पर चोट के भी निशान थे. जिससे यह मौत संदिग्ध लगने लगी. हालांकि मौके पर पहुंचे एएसपी ने बताया कि प्रारंभिक अनुसंधान के बाद घटनास्थल पर से सुसाइड करने के सबूत मिले हैं. घरेलू कलह के कारण खुदकुशी की बात कही गयी. हालांकि प्रेम प्रसंग की भी चर्चा लोगों के बीच है.
पटना में एएसआइ ने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को मारी गोली
इधर, शनिवार को पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में ट्रैफिक संचालन कार्यालय एकता भवन के बैरक में एक ASI का शव मिला तो हड़कंप मच गया. मृतक एएसआइ अजीत सिंह हैं जो पुलिस लाइन में तैनात थे. उन्होंने अपने सिर में गोली मारकर खुदकुशी कर ली. परिजनों का आरोप है कि अजीत सिंह छुट्टी लेना चाहते थे लेकिन छुट्टी स्वीकृत नहीं होने से परेशान थे. हालांकि पुलिस पदाधिकारियों ने ऐसी वजहों का खंडन किया है और जांच की बात कही है. अजीत सिंह बिहार पुलिस में सिपाही थे और कुछ महीने पहले ही प्रमोशन पाकर एएसआई बने थे. वो दो बच्चों के पिता थे.
सीतामढ़ी में थानेदार का मिला था शव, फांसी लगाकर की थी खुदकुशी
इन दो घटनाओं से पहले सीतामढ़ी में एक हादसा हुआ था. जब बीते महीने अक्टूबर में बैरगनिया थाना के थानाध्यक्ष सह पुलिस इंस्पेक्टर कुंदन कुमार का शव फंदे से लटका मिला था. कुंदन कुमार का शव थाना परिसर में ही स्थित उनके आवास के कमरे से मिला था. कुंदन कुमार मुजफ्फरपुर में भी अपनी सेवा दे चुके थे और कांटी व सदर थाना के थानेदारी कर चुके थे. पुलिस जांच में सुसाइड की बात सामने आयी. उन्होंने इस घटना के कुछ ही दिन पहले अपनी बेटी का जन्मदिन धूमधाम से मनाया था.