इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग की घोषणा मकर संक्रांति के बाद हो सकती है. इसे लेकर रविवार को नयी दिल्ली में कांग्रेस (congress seat sharing) के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक के आवास पर कांग्रेस और राजद नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में बिहार से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह और राजद से राज्यसभा सांसद मनोज झा मौजूद रहे. करीब ढाई घंटे तक चली इस बैठक में बिहार में लोकसभा की 40 सीटों को लेकर इंडिया गठबंधन के सभी सभी घटक दलों के बीच सीट बंटवारे पर चर्चा हुई. इस दौरान सीटिंग सीटों पर घटक दलों की स्थिति की जानकारी साझा की गयी.
इस बैठक के बारे में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अखिलेश सिंह ने कहा कि इस बैठक में कोई निर्णय नहीं हुआ है. कांग्रेस ने लोकसभा के 11 सीटों पर उम्मीदवारी की सूची दी है. उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग में कांग्रेस सहित सभी दलों को लचीला रुख अख्तियार करना होगा. अगले कुछ दिनों में राजद सहित जदयू नेताओं के साथ बैठक होगी. उन्होंने बातचीत में सीट शेयरिंग का मामला सुलझ जाने की उम्मीद जतायी है.
बताते चलें कि कुछ दिन पहले सूचना एवं जनसंपर्क सह जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा था कि सीट शेयरिंग के मुद्दे पर राजद और कांग्रेस नेताओं के बीच पहले बातचीत होनी है. इसके बाद राजद नेताओं के साथ जदयू नेता बातचीत करेंगे. फिलहाल जदयू के 16 सांसद हैं.
राजद से राज्यसभा सांसद मनोज झा बैठक से निकलने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बैठक बहुत बढ़िया रही. ऑल इज वेल. वहीं, सीट शेयरिंग के बारे में पूछे गये पत्रकारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि क्वान्टिटी नहीं केवल क्वालिटी की बात होगी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि जल्द ही कुछ बैठकें होंगी और सब कुछ तय हो जायेगा. उन्होंने कहा कि हम किसी भी अनाउंसमेंट पर नहीं जा रहे, बैठकर जिन मुद्दों पर बात करेंगे, उसी पर हम टिप्पणी करेंगे. रविवार की बैठक के बारे में उन्होंने कहा कि हम बैठक में सबसे पहले बिहार की सीटों के बारे समझ रहे थे. सीट शेयरिंग पर अच्छी बातचीत चारों तरफ जारी है. इस बैठक में हमारा व्यवहार एक दूसरे को पसंद आया. उन्होंने कहा कि अगली बैठक आम आदमी पार्टी के नेताओं के साथ सोमवार को दोपहर 12 बजे के बाद होगी.
बिहार में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजीत शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि हमलोगों ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को बिहार में 11 सीटों से उम्मीदवार खड़ा करने की सूची दी है. ऐसे में यदि कांग्रेस को केवल दो सीटें ही मिलीं, तो यह कांग्रेस सहित इंडिया गठबंधन के लिए नुकसानदेह होगा.
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