पटना. पंचायत चुनाव के बाद छठे चरण के प्रारंभिक शिक्षक नियोजन के लिए दो तरह से काउंसेलिंग कराने का निर्णय लिया है. 550 से अधिक ऐसी नियोजन इकाइयां हैं, जहां अब तक एक भी बार काउंसेलिंग नहीं हुई है, वहां दो चरणों में काउंसेलिंग करायी जायेगी.
वहीं, करीब 650 ऐसी नियोजन इकाइयां, जहां एक बार काउंसेलिंग हो चुकी है, वहां केवल एक बार और काउंसेलिंग करायी जायेगी. इस तरह 11 हजार से अधिक पदों पर काउंसेलिंग के लिए यह एक नया फॉर्मेट तय किया गया है.
अभी 57 हजार से अधिक पद खाली : शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक 97,768 पदों के लिए करायी गयी काउंसेलिंग में अभी केवल 38 हजार पद पर ही योग्य उम्मीदवार चुने जा सके हैं. शेष 57 हजार से अधिक पद रिक्त हैं. इनमें से अभी केवल 11,500 पदों पर काउंसेलिंग करायी जानी है.
इसके बावजूद 45 हजार से अधिक पद रिक्त रह जाने वाले हैं. अंतिम चरण की काउंसेलिंग पूरी होने के बाद इन पदों को सातवें चरण के नियोजन में समाहित करने की योजना है.हालांकि, इस संबंध में अभी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है.
इधर 60 नियोजन इकाइयां, जो हाल ही में नगर निकाय में शामिल हुई हैं, वहां नये पदाधिकारियों को काउंसेलिंग कराना चुनौतीपूर्ण होगा. ऐसे में वहां के लिए शिक्षा विभाग विशेष तैयारी कर रहा है.
प्रदेश में 8386 शारीरिक शिक्षा व स्वास्थ्य अनुदेशकों की नियुक्ति अंशकालिक होगी. इनकी नियुक्ति विभाग की तरफ से गठित एक विशेष समिति करेगी. उल्लेखनीय है कि इतने अनुदेशकों के वेतन पर सालाना 81 करोड़ होंगे .शिक्षा विभाग ने वित्त मंत्रालय से सहमति मिलने के बाद इनके पदसृजन की औपचारिक स्वीकृति एक हफ्ते पहले ही जारी करदी थी.
Posted by Ashish Jha