बिहार ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि लालू प्रसाद की राज में अपहरण उद्योग की नींव पड़ी और संगठित अपराध को बढ़ावा मिला. मंत्री अशोक चौधरी ने यह बातें शुक्रवार को जदयू प्रदेश मुख्यालय में आयोजित जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहीं. इस दौरान विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित कुमार सिंह मौजूद रहे. इससे पहले दोनों मंत्रियों ने जनसुनवाई में पहुंचे फरियादियों की समस्याओं का समाधान किया. मौके पर पार्टी के वरीय नेता प्रो नवीन आर्या चंद्रवंशी मौजूद रहे.
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पत्रकारों से बातचीत में मंत्री अशोक चौधरी ने पटना एम्स के मुख्य सुरक्षा अधिकारी के साथ हुई मारपीट की घटना पर निंदा व्यक्त की. उन्होंने कहा कि घटना में संलिप्त अपराधी चाहे किसी भी रसूखदार का भाई या भतीजा हो, लेकिन वह कानून के शिकंजे से नहीं बच सकता है. मंत्री अशोक चौधरी ने चुनौती देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव एक भी ऐसे अपराधी का नाम बताएं जिसे आज बिहार में सत्ता का संरक्षण मिल रहा है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संगठित अपराध पर विराम लगाने का किया काम
मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विगत 19 वर्षों में संगठित अपराध पर विराम लगाया. वर्तमान में जो भी आपराधिक घटनाएं घटित हो रही हैं, उसके मूल में आपसी विवाद है. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के 15 वर्षों के शासन में 118 जातीय नरसंहार और दो जेल ब्रेक कांड हुआ, लेकिन तत्कालीन सरकार इसको रोकने में पूरी तरह से विफल रही.
वहीं, नीतीश सरकार के 19 वर्षों के शासनकल में एक भी नरसंहार या जेल ब्रेक जैसी कोई घटना नहीं हुई.विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित कुमार सिंह ने बताया कि बिहार के इंजीनियरिंग काॅलेजों में सीटें खाली रहने की खबर महज अफवाह है.
अभी केवल अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट प्रकाशित हुआ है. राज्य स्तरीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा पूरी होने के बाद हमारी सारी सीटें भर जायेंगी. इंजीनियरिंग काॅलेजों में सीटें खाली होने की आधी-अधूरी खबर को हवा दिया जा रहा है, जो कि कहीं से भी उचित नहीं है.