Bihar weather बिहार के औरंगाबाद में शुक्रवार की दोपहर हुई झमाझम बारिश ने तपती धरती को कुछ मिनटों का सकून पहुंचाया, तो हीटवेव, लू और अधिक गर्मी का सामना कर रहे लोगों को राहत मिली है. लगभग आधे घंटे तक जिला मुख्यालय से लेकर विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में बारिश हुई. हालांकि, इस बारिश से न तो किसानों को फायदा होगा और न गर्मी से पूरी तरह राहत मिलेगी. वैसे भी तपती धरती पर चंद मिनटों की बारिश और गर्मी पैदा करती है.
ऐसे में लोगों को उमस भरी गर्मी का भी सामना करना पड़ सकता है. बड़ी बात यह है कि चंद मिनटों की बारिश ने शहर को पानी-पानी कर दिया. शहरी ड्रेनेज सिस्टम की भी पोल खुल गयी. जगह-जगह जल जमाव बन गया. सदर अस्पताल के बाहरी और भीतरी परिसर में जमाव उत्पन्न हो गया, जिससे मरीजों को परेशानी हुई. ज्ञात हो कि बारिश के दिनों में सदर अस्पताल की हालत नारकीय हो जाती है.
नये भवन का निर्माण हो रहा है. ऐसे में मलबे कीचड़ में बदल जायेंगे और लोगों को अधिक परेशानी होगी. ओवरब्रिज, सब्जी मंडी, धर्मशाला चौक व महाराजगंज रोड में ड्रेनेज सिस्टम हवा-हवाई साबित हुई. इन जगहों पर जल जमाव से गुजरने वाले लोगों को परेशानी हुई. इधर, पर्याप्त बारिश नहीं होने की वजह से महज चार प्रतिशत ही बिचड़ा डाला गया है. किसान पर्याप्त बारिश की उम्मीद में लगे है. वैसे भी पिछले दो वर्षों से औरंगाबाद जिला सुखाड़ से ग्रसित रहा है. इस बार अधिक गर्मी पड़ने से उम्मीद जतायी जा रही थी कि अधिक बारिश से किसानों को फायदा पहुंचेगा, लेकिन अब तक किसान मायूस ही है. खेती का समय भी निकला जा रहा है.
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