Bihar Weather: पटना. चिपचिपाहट वाली गर्मी से लोग अब तंग आ चुके हैं. लंबे समय से मानसून का इंतजार है. हालांकि, मानसून की बारिश के बाद भी लोगों को राहत नहीं मिलने वाली है. वरीय वैज्ञानिक मौसम डॉ. एके सत्तार ने बताया कि 16 जून तक इसी तरह के गर्मी की स्थिति बनी रहेगी. उसके बाद मानसून सक्रिय होने की संभावना है, हल्की बारिश के बाद मौसम जरूर बदलेगा. लेकिन, वैज्ञानिकों के अनुसार बारिश के बाद भी वातावरण में उमस की स्थिति बनी रहेगी.
देरी से आ रहा मानसून
बिहार में चार वर्षों के बाद मानसून इस बार देरी से आएगा. इन चार वर्षों के दौरान मानसून तीन बार 13 और एक दफे 12 जून को बिहार में प्रवेश कर गया था, लेकिन, इस वर्ष अब तक नहीं पहुंचा है. बिहार में मानसून प्रवेश करने की संभावित तिथि 13 से 15 जून के बीच है, लेकिन मानसून कब बिहार पहुंचेगा इसका पूर्वानुमान अबतक जारी नहीं हुआ है. भले ही मानसून देरी से आ रहा है, पर मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ला-नीना के प्रभाव से बारिश सामान्य से अधिक होने के आसार हैं.
ला-नीना के प्रभाव से होगी अच्छी बारिश
दरअसल, बिहार में आने वाली मानसून की शाखा पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर में 31 मई से रुकी हुई है. बंगाल की खाड़ी में करंट कम है. करंट कमजोर होने से 31 मई से ही एक जगह रुका हुआ है. ला-नीना में ठंडा होने पर बारिश की ट्रैड विंड मजबूत होती है. जिस कारण भारत में मानसून के दौरान अच्छी बारिश होती है. जब भी ला-नीना के हालात बने हैं, तो भारत में मानसून की अच्छी बारिश हुई है. इस साल ऐसे हालता बनते दिख रहे हैं. ऐसे में मानसून के देरी होने के बावजूद इस साल अच्छी बारिश के आसार हैं.
Also Read: Bihar Weather: आधा बिहार हीटवेव की चपेट में, पटना समेत 13 जिलों में मौसम विभाग का रेड अलर्ट
2006 में पहले और 2018 में देरी से आया था
मौसम विभाग से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार पिछले दो दशकों के दौरान प्रदेश में समय से सबसे पहले 2006 में मानसून ने प्रवेश किया था. वहीं 2018 में सबसे देरी से मानसून ने दस्तक दी थी. 2006 में 10 जून की जगह तीन दिन पहले ही 6 जून और 2018 में 14 दिन की देरी से 25 जून को प्रवेश किया था. मौसम विभाग के अनुसार बिहार में 2020 से 2022 तक अपने निर्धारित समय पर मानसून 13 जून को प्रवेश कर गया था. वहीं 2023 हीं में निर्धारित समय से एक दिन पहले ही 12 जून को मानसून आया था. इसके बावजूद अल-नीनो का प्रभाव होने से 2022 और 2023 में मानसून के दौरान सामान्य से कम बारिश हुई. वहीं, 2021 में सामान्य से 27.3 मिलीमीटर अधिक बारिश हुई थी.