बिहार में अपनी समाधान यात्रा समाप्त करने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को जनता दरबार में फरियादों की समस्या का समाधान कर रहे थे. मुख्यमंत्री लोगों की शिकायत सुनकर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे थे. जनता दरबार में सिवान से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि मैरवा नगर पंचायत में डस्टबीन घोटाला हुआ है घोटाले में लाखों रुपये का वारा-न्यारा किया गया. जांच हुई पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
नगर विकास के प्रधान सचिव करेंगे जांच
जनता दरबार में भ्रष्टाचार की शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाया. नीतीश कुमार ने फोन पर नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव से कहा कि ये कह रहे हैं कि नगर पंचायत के डस्टबीन खरीद में घोटाला हुआ है. कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इसको देख लीजिए.
डेंगू की वजह से हमने माता-पिता दोनों को खो दिया
सीवान जिला से ही आए एक अन्य फरियादी ने गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे घर के पास सड़क और नाला नहीं होने की वजह से 9 फीट तक पानी जमा रहता है, जिससे डेंगू के मच्छर का प्रकोप सालों भर बना रहता है. डेंगू की वजह से हमने माता-पिता दोनों को खो दिया है. मुख्यमंत्री ने मामले में संबंधित विभागों को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
मुजफ्फरपुर से भी आई भ्रष्टाचार की शिकायत
मुजफ्फरपुर के गायघाट से आए एक फरियादी ने सात निश्चय योजना और भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की पोल खोल दी. फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि गायघाट प्रखंड में सात निश्चय योजना के तहत पक्की गली-नाली व सड़क योजना में बड़े स्तर पर घोटाला हुआ है. शिकायत के बाद जांच हुई, जांच में आरोप के प्रमाण भी मिले हैं. लेकिन भ्रष्टाचारियों को पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. मुख्यमंत्री ने शिकायत सुनकर अधिकारी को इस शिकायत को तुरंत देखने को कहा.