नीट पेपर लीक मामले में सीबीआइ द्वारा हिरासत में लिये गये पटना एम्स में पढ़ रहे चार मेडिकल छात्रों से रिमांड पर पर पूछताछ करेगी. सीबीआइ ने चारो छात्रों के कमरे को सील कर दिया है, जबकि मोबाइल सहित सभी इलेक्ट्रिक गजट अपने कब्जे में ले ली है. केंद्रीय जांच एजेंसी ने एम्स के इन चार मेडिकल छात्रों पर कार्रवाई पेपर लीक मामले में पूर्व में गिरफ्तार किए गए मुख्य आरोपी रॉकी से हुई पूछताछ के आधार पर की है.
रॉकी को मेडिकल छात्रों से मिलवाने वाला सुरेंद्र भी धराया
गुरुवार को सीबीआइ ने चंदन सिंह, कुमार शानू, राहुल आनंद, करण जैन और सुरेंद्र को चार दिनों के रिमांड पर लिया है. उल्लेखनीय है कि सुरेंद्र ने ही रॉकी और अन्य आरोपियों की मुलाकात एम्स के इन चार एमबीबीएस छात्रों से करवायी थी. गौरतलब है कि एम्स से गिरफ्तारी के बाद सीबीआइ ने सभी आरोपियों को सीबीआइ के विशेष न्यायालय में पेश किया और पूछताछ के लिये रिमांड पर लेने आवेदन किया. विशेष अदालत ने पांच आरोपी को रिमांड पर दे दिया. पांचवां आरोपी रॉकी को मेडिकल स्टूडेंट से मिलवाने वाला सुरेंद्र है, इसकी भी गिरफ्तारी पटना एम्स परिसर से की गयी है. वहीं सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि झारखंड के रामगढ़ की रहने वाली रिम्स की छात्रा सुरभि कुमारी को रांची से गिरफ्तार किया गया.
इन चार छात्रों के हॉस्टल के कमरे किये गये सील
सीबीआइ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एम्स पटना के जिन चार मेडिकल छात्रों को हिरासत में लिया गया है उनमें तीन छात्र 2021 बैच के थर्ड ईयर के हैं, जबकि चौथा छात्र सेकेंड ईयर का है. इन चारों छात्रों से कल रात से पूछताछ की जा रही है. इनके मोबाइल, लैपटाप भी सीबीआइ ने जब्त कर लिए हैं. साथ ही एम्स पटना के जिस छात्रावास के कमरे में ये छात्र रहते थे उन्हें भी सील कर दिया गया है.
ये मेडिकल छात्र गिरफ्तार हुए
सूत्रों की माने तो हिरासत में लिए गए मेडिकल के छात्र जिसमें तृतीय वर्ष के सीवान का रहने वाला चंदन सिंह, पटना का रहने वाला कुमार शानू, धनबाद का रहने वाला राहुल आनंद और द्वितीय वर्ष के छात्र अररिया निवासी करण जैन शामिल है.इसमें चंदन कुमार,राहुल कुमार और करण जैन तीनों छात्र थर्ड ईयर के छात्र हैं. जबकि चौथा कुमार शानू सेकेंड ईयर का छात्र बताया जा रहा है.
चारों छात्रों के मोबाइल, इमेल एकाउंट और सोशल मीडिया को खंगाल रही है सीबीआइ की टीम
सीबीआइ ने पटना एम्स से गिरफ्तार छात्रों के मोबाइल फोन, लैपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण अपने कब्जे में ले लिया है. सीबाआइ इन छात्रों कॉल डिटेल्स रिकॉर्ड पर मंगवाई है.ताकि यह जानकारी मिले की पिछले दो ढ़ाई महीनों में इन छात्रों ने किन-किन से बात किया है. नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार लोगों के मोबाइल से पहले बात हुई है कि नहीं. इसके साथ ही केंद्रीय जाचं एजेंसी इन चारों छात्रों के ईमेल एकाउंट और सोशल मीडिया को खंगाला जा रही है. इसके साथ ही चारों छात्रों के कमरे को सील कर दिया गया है.
रॉकी के निशानदेही पर हुई इन मेडिकल छात्रों की गिरफ्तारी
नीट पेपर लीक मामले में सीबीआइ रॉकी से लगातार पूछताछ कर रही है. जिसके निशानदेही पर ही 2 दिन पहले पंकज कुमार और राजू को गिरफ्तार किया था. इस दौरान रॉकी ने ही एम्स छात्रों के बारे में भी जानकारी दी. रॉकी द्वारा मिली जानकारी को पुख्ता करने के बाद सीबीआइ ने बुधवार की देर रात पटना एम्स के चार छात्रों को भी गिरफ्तार कियाा है.
कौन है रॉकी
रॉकी की भूमिका नीट पेपर लीक मामले में अहम मानी जा रही है. वह बिहारशरीफ के गजेंद्र बिगहा गांव का निवासी है.पेपर लीक कांड के मुख्य आरोपी राकेश कुमार उर्फ रॉकी को सीबीआई ने हाल में ही झारखंड से गिरफ्तार किया था. उसे दबोचने के लिए सीबीआई लगातार कुछ दिनों तक सक्रिय रही लेकिन रॉकी फरार था. वो इस मामले में अहम रोल निभाने वाले बिहार के संजीव मुखिया का बेहद करीबी बताया जाता है. संजीव मुखिया को भी सीबीआई लगातार तलाश रही है. रॉकी के बारे में बताया जाता है कि रॉकी अभ्यर्थियों से पैसे लेकर सेटिंग तय करता था. रॉकी ने ही नीट पेपर का पीडीएफ फॉर्मेट चिंटू को मोबाइल पर भेजा था.