संवाददाता, पटना सीबीएसइ स्कूल के प्राचार्यों को प्रभावी संचार और पेरेंटिंग के टिप्स देगा. प्राचार्य बच्चों के साथ कैसे बेहतर तरीके से जुड़ें, माता-पिता और बच्चों के बीच संचार में सुधार कैसे हो, बच्चों को कैसे मनोवैज्ञानिक समर्थन दिया जाये, प्राचार्य व शिक्षकों को बच्चों को सामाजिक व भावनात्मक रूप से कैसे मजबूत किया जाये, इन सबके टिप्स बोर्ड देगा. बोर्ड के अनुसार बच्चों के समग्र विकास को बढ़ावा देने में प्रभावी पालन-पोषण की महत्वपूर्ण भूमिका है. इसको पहचानते हुए छात्रों की भलाई के लिए शैक्षणिक संस्थानों और परिवारों के बीच एक मजबूत तालमेल की आवश्यकता है. बाल सुरक्षा, भावनात्मक कल्याण और माता-पिता के बच्चों के साथ रिश्ते को देखते हुए पालन-पोषण पद्धतियां पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गयी हैं. सीबीएसइ का कहना है कि इसी को देखते हुए माता-पिता को अपने बच्चों के शैक्षणिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास में सहायता करने के लिए स्कूल प्राचार्यों को आवश्यक कौशलों में पारंगत करना जरूरी है. ऐसी कार्यशालाएं पेरेंटिंग चुनौतियों से निबटने की सीख प्रदान करती है. इन जरूरतों को पूरा करने के लिए ही सीबीएसइ की ओर से यह वर्कशॉप आयोजित किया जायेगा. इस कार्यशाला में प्राचार्य पहले आओ पहले पाओ के आधार पर हिस्सा ले सकते हैं.
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