सीएचओ भर्ती ऑन लाइन परीक्षा लेने की जिम्मेवारी संस्थान की ओर से वी साइन कंपनी को दी गई थी. वी साइन कंपनी ने ही पटना में कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) भर्ती परीक्षा के लिए सेंटर तय किए थे. इधर, परीक्षा माफियाओं ने भी ऑनलाइन सेंटर को पूरी तरह से मैनेज कराकर यहां पर पैसा लेकर भर्जी तरीके से भर्ती करवा रहे थे. लेकिन, इस फर्जीवाड़े की भनक आर्थिक अपराध इकाई को लग गई और छापेमारी कर 12 ऑनलाइन सेंटर लॉक कर दिया है.
पुलिस सीएचओ भर्ती परीक्षा में पैसा लेकर फर्जी तरीके से परीक्षा दिलाने वाले मास्टर माइंड को गिरफ्तार कर लिया है. उसकी निशानदेही पर पुलिस फरार चल रहे ऑनलाइन सेंटर के मालिकों का लोकेशन ट्रैक करने पर लगी हुई है. सूत्रों का कहना है कि पुलिस कई ऑनलाइन सेंटर के मालिकों का लोकेशन ट्रैक कर ली है. पुलिस की माने तो किसी भी क्षण उनकी गिरफ्तारी हो सकती है.
इधर, ऑनलाइन सेंटरों में सीएचओ की भर्ती परीक्षा आयोजित करने वाली कंपनी वी साइन ने ऑनलाइन सेंटरों में गड़बड़ी करने वाले सेंटर संचालकों पर दस लाख रुपया का जुर्माना लगाया है. वी साइन ने ऑनलाइन सेंटरों के मालिक को मेल कर इसकी जानकारी दी है. कंपनी का कहना है कि परीक्षा माफियाओं का ऑनलाइन सेंटरों से सांठगांठ के कारण कंपनी को काफी नुकसान हुआ है और संस्थान के नाम पर भी बाट लगा है. इसलिए सेंटर देने के समय जो आपके साथ जो समझौता हुआ है उसके अनुसार आप 10 लाख रुपया कंपनी के खाते में जमा कर दें.
पुलिस की जांच में परीक्षा आयोजित करवाने वाली संस्थान वी साइन रडार पर है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि जो सुराग अभी तक मिले हैं उसके अनुसार संस्थान के लोगों ने ही ऑनलाइन सेंटर के मालिकों और कर्मचारियों के साथ मिलकर खेला कर रहे थे. इन लोगों की मदद से ही कंप्यूटर में एनी डेस्क इंस्टॉल कराया गया था और ऑपरेटिंग सिस्टम भी बदल दिया गया था. ताकि इसकी किसी को भनक तक नहीं लगे.
लेकिन, पुलिस की जांच में सब कुछ सामने आ गया था. मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई ने अपने एफआइआर में ऑनलाइन परीक्षाओं में चल रहे खेल का उजगार करते हुए लिखा है कि सील किए गए सभी 12 ऑनलाइन परीक्षा सेंटर मैनेज थे, जिसमें सेंटर मालिक से लेकर परीक्षा का आयोजन करने वाली एजेंसी वी साइन के कर्मियों की बड़ी भूमिका थी.
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