Crime News मंदबुद्धि लड़कियों को किडनैप कर सोनागाछी सप्लाई करने वाले गैंग का कदमकुआं थाने की पुलिस ने भंडाफोड़ किया है. गिरोह की सरगना बख्तियारपुर की रहने वाली 50 वर्षीय महिला प्रतिमा कुमारी है. प्रतिमा एक कचरा चुनने वाले दरभंगा निवासी 20 वर्षीय कन्हैया कुमार को साथ में रखकर लड़कियों को किडनैप कर सोनागाछी में बेचने का धंधा करती थी. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है.
इस गिरोह में एक और शातिर है, जिसकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. दरअसल, बीते दिनों पूर्वी लोहानीपुर के उपाध्याय लेन की रहने वाली एक 18 वर्षीय युवती अचानक गायब हो गयी. महिला युवती को नशीला पदार्थ सुंघा कर पटना जंक्शन ले गयी. उसे कोलकाता भेजने की तैयारी हो ही रही थी कि युवती को होश आ गया. इसके बाद युवती तुरंत हंगामा करने लगी. इसी बीच एक शख्स का मोबाइल लेकर तुरंत परिजन को युवती ने कॉल कर दिया.
इसके बाद परिवार के लोग पहुंचे. हंगामा सुन जीआरपी पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो पता चला कि युवती को कोलकाता भेजा जा रहा था. इसके बाद पुलिस ने कदमकुआं थाने की पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं, किडनैप की गयी युवती को बरामद कर सकुशल परिजनों को सौंप दिया गया. थानाध्यक्ष ने बताया कि महिला को पहले भी इसी तरह के एक मामले में पटना जंक्शन की जीआरपी अन्य मामले में पकड़कर जेल भेज चुकी है. पुलिस के अनुसार, दोनों दिन भर लड़कियों को टारगेट करने में लगे रहते थे और रात को स्टेशन पर जाकर सो जाते थे.
ऑटो से लड़कियों को करती थी टारगेट
मिली जानकारी के अनुसार, प्रतिमा गांधी मैदान, स्टेशन समेत अन्य छोटे-छोटे इलाकों को टारगेट करती थी. अगर कोई लड़की अकेली दिखी और थोड़ी नासमझ लगी, तो उसकी रेकी करना शुरू कर देती थी. ऑटो कन्हैया चलाता था और उस पर प्रतिमा बैठी रहती थी. एक दो दिनों तक रेकी करने के बाद युवती को झांसे में लेकर ऑटो में बैठा लेती थी. इसके बाद अगर वह कोई शोर-शराबा नहीं करती थी, तो उसे सीधे पटना जंक्शन लेकर चली जाती थी. अगर लड़की चिल्लाती थी, तो उसे नशीला इंजेक्शन देकर बेहोश कर देती थी. इसके बाद पटना जंक्शन पर पहुंचती और तीसरा शख्स जो अभी फरार है, वह युवती को कोलकाता लेकर चला जाता था. वहां सोनागाछी में बेच देता था.
50 हजार से एक लाख रुपया तक मिलता था कमीशन
पूछताछ में पता चला कि प्रतिमा को लड़की सप्लाई करने के लिए 50 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक मिलते थे. लड़की की तस्वीर खींच कर वह कोलकाता के सप्लायर को भेज देती थी. इसके बाद वहां से लड़की की कीमत तय होती थी और फिर प्रतिमा उसे कोलकाता ले जाने वाले तीसरे शख्स को किडनैप की गयी युवती को दे देती थी. पुलिस इस मामले में यह पता करने में जुटी है कि अब तक इस गिरोह ने कितनी लड़कियों को बेचा है.
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