पटना. पीएमसीएच में नियुक्त चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों को सेवाकाल का लाभ पहुंचाने के लिए लिपिकों द्वारा पैसे लेकर उनकी जन्मतिथि में फेरबदल करने का बड़ा मामला सामने आया है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ इंद्रशेखर ठाकुर ने इस मामले में वर्ष 2013 से 2023 तक कार्यरत प्रभारी लिपिकों के खिलाफ पीरबहोर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. अधीक्षक ने पुलिस से दोषी कर्मी को चिन्हित कर सूचित करने का आग्रह किया है, ताकि उसके खिलाफ आगे विभागीय कार्रवाई की जा सके.
क्या है मामला:
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ आइएस ठाकुर के अनुसार, अस्पताल में 2009 तक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों की स्थायी बहाली होती थी. उसके बाद ज्यादातर बहाली आउटसोर्सिंग कर दी गयी. लेकिन अनुकंपा सहित कुछ मामलों में स्थायी चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी भी नियुक्त किये गये. शिकायत मिलने के बाद करायी गयी आंतरिक जांच में यह पता चला कि इन स्थायी तौर पर नवनियुक्त चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों को अतिरिक्त सेवाकाल का लाभ पहुंचाने के लिए इनकी जन्मतिथि में फेरबदल करते हुए उम्र घटा दी गयी है. ऐसा पैसे लेकर किया गया और इसमें लिपिकों की संलिप्तता का मामला सामने आया. यह पूरा मामला 2013 से 2023 के बीच का है. हालांकि इसकी जांच के लिए गठित आंतरिक समिति यह नहीं पता लगा सकी कि किस-किस लिपिक की इसमें मिलीभगत है. इसलिए पुलिस के पास आवेदन देकर इसकी जांच करने का आवेदन किया गया है.जबरन करवाया गया रिटायर
सूत्रों के अनुसार, पीएमसीएच में जिन चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों ने अपनी जन्मतिथि में हेरफेर करवाकर अपना सेवाकाल बढ़ाने की कोशिश की, उनमें से तीन को उनकी वास्तविक जन्मतिथि को आधार मानकर पिछले महीने जबरन रिटायर भी करवा दिया गया है. साथ ही, कुछ और को जबरन सेवानिवृत्ति दिलवाया जा सकता है.इन लिपिकों के खिलाफ प्राथमिकी
अनिल कुमार (सेवानिवृत्त), हाजीपुरविजय प्रकाश (सेवानिवृत्त), गयाप्रमोद कुमार सिंह (सेवानिवृत्त), हाजीपुरधीरज कुमार, वर्तमान लिपिक एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुरअखिलेख कुमार, वर्तमान लिपिक, पीएमसीएचडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है