Durga Puja: आज से दो हफ्ते बाद दुर्गोत्सव के साथ फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो जायेगी. पटना शहर में इसे लेकर जोर-शोर से तैयारी चल रही है. दुर्गा पूजा समितियां भव्य पंडाल के निर्माण से लेकर आकर्षक प्रतिमा, साज-सज्जा, बिजली, डेकोरेशन और कलश स्थापना व विधिवत पूजा-पाठ को लेकर खास प्लानिंग कर रही है. तीन अक्तूबर को कलश स्थापना के साथ नवरात्रि की शुरुआत होगी.
ये महिलाएं वर्षों से बखूबी संभाल रही हैं पूजा समितियों जिम्मेदारी
1. न्यू एरिया सार्वजनिन दुर्गा पूजा समिति कदमकुआं की कमान 47 साल से महिलाएं संभाल रही हैं
न्यू एरिया सार्वजनिन दुर्गा पूजा समिति (कदमकुआं) इस बार अपना 48वां स्थापना दिवस मनायेगा. पिछले 47 साल से इस पूजा समिति की कमान 20 से अधिक महिलाएं मिलकर संभाल रही हैं. समिति के स्थापना के समय से ही महिलाएं इसकी सदस्य हैं और हर फैसले में अपना मत देती हैं. हालांकि इसमें कुछ पुरुष सदस्य भी शामिल हैं. महिला सदस्यों में संगमित्रा बनर्जी, सुप्ता चैटर्जी, श्रीपर्णा रॉय, सिम्ता सिन्हा, झरना मौजुमदार, मौसमी मौजुमदार, अनन्या भारती, झुमा दाउ, शैफाली भारती, सुष्मिता रॉय और अंजलि दास हैं.
समिति की महिलाओं ने बताया की पूजा के तीसरे दिन सभी महिलाओं की एक खास बैठक होती है, जिसमें जिसमें कई निर्णय लिये जाते हैं, उसी के आधार पर काम अगे बढ़ता है. षष्ठी से पट खुलने के बाद जो भी सांस्कृतिक आयोजन किया जाता है, इसका नेतृत्व महिला सदस्य ही करती हैं. इस वर्ष अष्टमी को पूजा का प्रसाद, भोग बनाने के साथ-साथ महिला सदस्यों की ओर कैरियोके पर प्रस्तुति होगी. नवमी को शंख ध्वनि, धुनुची डांस सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा, जबकि दशमी को सिंदूर खेला होगा.
2. 61 वर्षों से पटना रिक्रिएशन क्लब भिखना पहाड़ी का हिस्सा हैं महिलाएं
पटना रिक्रिएशन क्लब (भिखना पहाड़ी स्थित ) की ओर से दुर्गा पूजा का आयोजन बड़े ही उत्साह और उमंग के साथ किया जाता है. इस वर्ष 61वां स्थापना दिवस मनाया जायेगा. इस क्लब में पुरुष के साथ महिला सदस्य भी काफी सक्रिय रहती हैं. वे पूजा-अर्चना के साथ-साथ कई सांस्कृतिक आयोजनों में अहम भूमिका निभाती हैं. महिला सदस्यों में सुनीता सेनगुप्ता, काकोली भट्टाचार्य, पापिया गांधी, मौसमी चटर्जी, तनुश्री चटर्जी, मंदिरा नाग, झुमा आचार्या, नुपुर घोष, नंदिता साहा और डिंपी डे शामिल हैं, जो अलग-अलग आयोजनों का नेतृत्व करती हैं. भोग बनाने से लेकर प्रसाद तैयार करने की जिम्मेदारी इन्हीं सदस्यों की होती है.
साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम, धुनुची डांस और सिंदूर खेला में भी महिलाओं का योगदान अहम होता है. इन महिलाओं ने बताया कि यहां की पूजा, पंडाल की साज-सज्जा को देखने दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. इस वर्ष भी यह परंपरा बरकरार रहेगी. हमलोग पूरी तरह से अभी से तैयारी में लग गये हैं. पूजा के दौरान क्या कुछ आयोजन होने है, इसकी तैयारी चल रही है.
3. सार्वजनिन दुर्गा पूजा कमेटी, छज्जूबाग में ‘महिला शक्ति’ नाम से हैं महिलाओं का समूह
छज्जूबाग सार्वजनीन दुर्गा पूजा कमेटी में ‘महिला शक्ति’ नाम से महिलाओं का एक समूह है, जो समिति के अन्य सदस्यों के साथ दुर्गा पूजा के आयोजन में योगदान देती हैं. इस समिति में कई छोटी-छोटी कमेटियां हैं, जिनकी जिम्मेदारी इन महिला सदस्यों के कंधे पर होती है. इस बार पूजा समिति 102 वां स्थापना दिवस मनायेगी. सदस्य सुदीपा बोस बताती हैं कि इस बार पंचमी के दिन आनंद मेला का आयोजन किया जायेगा. जिसमें गीत-संगीत के अलावा कमेटी की महिला सदस्यों की ओर से फूड स्टॉल लगाये जायेंगे.
सप्तमी को छउ नृत्य, अष्टमी को क्लासिकल डांस, बंगाल लोक परंपरा पर प्रस्तुति, गायन, नवमीं में म्यूजिकल कार्यक्रम, शंख ध्वनि प्रतियोगिता और दसमीं को सिंदूर खेला का आयोजन होगा. महिला सदस्यों में लोपामुद्रा गुहा,सुलगना बोस,सुदीपा बोस, अरुणिमा गुप्ता,सुबर्णा भट्टाचार्य, सुरभि बैनर्जी, नंदा नाग,रिंकु चटर्जी, सोमा दास समेत महिला सदस्यों की ओर से भोग बनाने से लेकर कल्चरल प्रोग्राम की जिम्मेदारी दी गयी है. इस बार एक ही पैटर्न की साड़ी अष्टमी में पहनेंगी यहां की महिला सदस्य.
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4. सार्वजनिन दुर्गा पूजा समिति, कंकड़बाग में बांग्ला रीति-रिवाज के साथ होती है पूजा
कंकड़बाग स्थित सार्वजनिन दुर्गा पूजा समिति पिछले 35 सालों से दुर्गा पूजा का आयोजन करती आ रही है. इसमें महिला और पुरुष दोनों सदस्य पूजा में अहम भूमिका निभाते हैं. यहां पर पूजा पाठ विधि विधान से होता है. कोलकाता से पंडित यहां पर पूजा करते हैं साथ ही मां का भोग भी तैयार करते हैं. महिलाएं पूजा का भोग, प्रसाद और पूजा की तैयारियों में अपना योगदान देती है. संधी पूजा होती है जिसमें महिलाएं 108 दियो तैयार करती हैं जिसे सभी लोग जलाते हैं.
शाम में हर दिन धुनुची नृत्य होता और शंख बजाया जाता है. हर सदस्य की जिम्मेदारी तय होती है. महिलाएं मां को दशमी के दिन विदा करती है और सिंदूर खेलती है. महिला सदस्यों में शीला रॉय चौधरी, सोमा डे, सुप्ती रॉय चौधरी, डॉली, नंदा घोष, मिताली घोष समेत 30 से ज्यादा महिला सदस्य सक्रिय रहती हैं.
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