IAS Sanjeev Hans: बिहार के सीनियर आईएएस संजीव हंस की अब मुश्किलें और बढ़ गयी. भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार 1997 बैच के बिहार कैडर के आईएएस अधिकारी संजीव हंस के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 7 संपत्ति जब्त किया है. ईडी ने सोमवार को दिल्ली, नागपुर और जयपुर में इन सात संपत्तियों को जब्त किया है. इसकी कीमत करीब 23 करोड़ 72 लाख रुपये है.
ईडी ने किया संजीव हंस की संपत्ति जब्त
ईडी ने नागपुर में तीन प्लॉट, दिल्ली में एक और जयपुर में तीन फ्लैट को आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में जब्त किया है. संजीव हंस के सहयोगी प्रवीण चौधरी, पुष्पराज बजाज के नाम पर ये संपत्ति अर्जित की गई थी. तीन दिसंबर को इडी ने संजीव हंस व अन्य करीबी के दिल्ली, गुरुग्राम, जयपुर, नागपुर समेत 13 ठिकानों पर छापेमारी की थी.
संजीव हंस पर ईडी की बड़ी कार्रवाई
संजीव हंस और उनके सहयोगी पूर्व विधायक गुलाब यादव के इन ठिकानों से ईडी को 60 करोड़ के शेयर में निवेश और रियल इस्टेट में 18 करोड़ के निवेश के प्रमाण मिले थे. जिनके यहां यह कार्रवाई की गई वे सभी हंस के करीबी थे. इनमें प्रवीण चौधरी और पुष्पराज का भी नाम था. संजीव हंस के करीबी और मददगारों में पूर्व विधायक गुलाब यादव और अन्य कई नामी लोगों के नाम हैं.
छापेमारी के दौरान ईडी को मिले थे साक्ष्य
छापेमारी के दौरान मिले साक्ष्य के आधार पर ईडी ने माना था कि संजीव हंस ने मोहाली और कसौली में करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति अर्जित की है. देश के अलग अलग हिस्सों में संजीव हंस, गुलाब यादव और उनके सहयोगियों ने कई बेनामी संपत्ति अर्जित की है. ईडी की ये कार्रवाई इसी दिशा में की है.