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लालू यादव के करीबी अमित कात्याल पर ईडी का छापा, दिल्ली व हरियाणा में कई ठिकानों पर रेड

राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेहद करीबी अमित कात्याल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. ईडी ने एक बार फिर अमित कात्याल के कई ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है.

पटना. लालू यादव के करीबी और कारोबारी अमित कात्याल के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) छापेमारी कर रही है. दिल्ली, गुरुगुग्राम और सोनीपत में कात्याल के कई ठिकानों पर ईडी की टीम पहुंची है. बताया जाता है कि मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने अमित कात्याल के यहां छापा मारा है. ईडी ने दिल्ली, गुरुग्राम और सोनीपत में कार्रवाई की है. अमित कात्याल पर पहले भी जांच एजेंसी एक्शन ले चुकी है. लैंड फॉर जॉब केस में अमित कात्याल को पिछले साल नवंबर में गिरफ्तार किया गया था. अमित कात्याल बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के दोस्त बताए जाते हैं. वह एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के प्रोमोटर हैं.

पहले भी हो चुकी है कात्याल के ठिकानों पर छापेमारी

मार्च 2023 में ईडी ने लैंड फॉर जॉब केस में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, डिप्टी सीएम तेजस्वी और उनकी बहनों एवं अन्य आरोपियों के ठिकानों पर रेड की थी. उस समय अमित कात्याल के ठिकानों पर भी छापेमारी की गई थी. लैंड फॉर जॉब केस में ही नवंबर 2023 को एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के प्रोमोटर अमित कात्याल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था. छापेमारी में पाया गया कि दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में स्थित एक संपत्ति तेजस्वी यादव के द्वारा रिहायशी तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है. वो संपत्ति कात्याल की कंपनी के नाम से जुड़ी है. इसी संपत्ति को लेकर अमित कात्याल को ईडी ने पूछताछ के लिए समन किया. 10 नवंबर को कात्याल दिल्ली स्थित ईडी दफ्तर में पूछताछ के लिए पहुंचे तो पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

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कौन है अमित कात्याल

रिपोर्ट्स के मुताबिक अमित कात्याल एक बिजनेसमैन हैं. उनका लालू परिवार से करीबी संबंध है. वह दिल्ली की एके इंफोसिस्टम कंपनी के डायरेक्टर भी रह चुके हैं. इस कंपनी से लिंक जुड़ने के बाद ही तेजस्वी यादव का नाम इस कथित घोटाले में आया था. लैंड फॉर जॉब केस साल 2004 से 2009 के बीच का है. उस समय लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे. आरोप हैं कि लालू के मिनिस्टर रहते हुए रेलवे में कई लोगों को नियमों की अवहेलना करके नौकरी दी गई थी, उसके बदले में उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर बहुत कम दाम में जमीनें लिखवाई गईं. न्यूफ्रेंड्स कॉलोनी स्थित एके इंफोसिस्टम की प्रॉपर्टी का भी उसी से लिंक है. तेजस्वी यादव इसे अपने बंगले के रूप में इस्तेमाल करते रहे हैं.

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