Bihar News: प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने बालू कारोबारी और ब्राडसन कमोडिटीज प्राइवेटेड लिमिटेड के पूर्व प्रबंध निदेशक सुभाष यादव और अशोक कुमार की 67.56 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है. जब्त की गई संपत्ति पटना, देहरादून और गाजियाबाद में हैं. इसी वर्ष मार्च में इडी ने सुभाष यादव के घर और कार्यालय में छापेमारी की थी. बालू का अवैध सिंडिकेट चलाने के आरोप में उन्हें गिरफ्तार किया गया था.
250 करोड़ से अधिक के राजस्व की चोरी का आरोप
ब्राडसन के सुभाष यादव और अशोक कुमार के खिलाफ केंद्रीय एजेंसी ने मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था. इन पर आरोप था कि ब्रांडसन के निदेशक मंडलों में शामिल दोनों ने विभिन्न बालू घाटों पर अवैध खनन और बिना चालान या गलत चालान के आधार पर 250 करोड़ से अधिक के राजस्व की चोरी की है. इडी के सूत्रों के अनुसार सुभाष यादव और अशोक कुमार ने बालू के अवैध कारोबार से करोड़ों की अवैध संपत्ति बनाई थी. उनकी गिरफ्तारी के बाद लगातार चली जांच में मिले प्रमाण के बाद कोर्ट की अनुमति से कुल पांच संपत्तियां जब्त की हैं. बालू कारोबारी सुभाष के पटना के अलावा दूसरे कई ठिकानों पर भी की गयी थी छापेमारी.
मार्च में कई ठिकानों पर की गई थी छापेमारी
इडी ने इस वर्ष नौ मार्च को बालू कारोबारी सुभाष के पटना के अलावा दूसरे कई ठिकानों पर एक साथ छापेमरी की थी. लगभग आठ घंटे की मैराथन छापामारी के दौरान केंद्रीय एजेंसी ने दो करोड़ रुपये नकद के साथ करोड़ों की बेनामी संपत्ति होने के प्रमाण मिले थे. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. बाद में कोर्ट की अनुमति से इन्हें बेउर जेल भेज दिया गया था. इसी दौरानर ब्रांडसन के अन्य निदेशक अशोक कुमार से भी इडी ने पूछताछ की थी.
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सुभाष यादव ने राजद के टिकट पर 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा था
सुभाष यादव के पॉलिटिकल संबंध भी कई नेताओं के साथ थे. उन्हें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का करीबी बताया जाता है. उन्होंने राजद के टिकट पर 2019 में चतरा से लोकसभा चुनाव भी लड़ा था. सुभाष यादव मूल रूप से दानापुर के हेतनपुरा दियारा के रहने वाले हैं. इन पर इडी ने मनी लांड्रिंग का मुकदमा करने के बाद अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया था. इससे पहले इडी ने इसी मामले में जदयू एमएलसी राधा चरण सेठ और अशोक गुप्ता समेत कई अन्य के यहां भी छापे मारे थे.
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