Patna News: पटना के घरों में चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए एसएसपी अवकाश कुमार ने सख्त रुख अपनाया है. उन्होंने सभी थानेदारों को निर्देश दिया है कि अब से हर चोरी की घटना में फिंगरप्रिंट टीम, एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) और डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाना अनिवार्य होगा. उन्होंने कहा कि चोरी के बाद पुलिस सिर्फ सीसीटीवी फुटेज देखकर जांच पूरी न करे, बल्कि वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य जुटाकर अपराधियों तक पहुंचे.
हर चोरी की गहन जांच अनिवार्य
एसएसपी ने आदेश दिया कि यदि फिंगरप्रिंट, एफएसएल या डॉग स्क्वायड की जांच में कोई भी अहम सुराग मिले, तो तुरंत उसकी गहन जांच शुरू की जाए. इसके अलावा, जरूरत पड़ने पर पुलिस डंप डेटा भी खंगाले ताकि अपराधियों का नेटवर्क उजागर हो सके.
पूर्व में जेल गए चोरों पर भी नजर
चोरी के मामलों में तेजी से खुलासा हो, इसके लिए एसएसपी ने थानेदारों को निर्देश दिया कि वे अपने इलाके में पहले गिरफ्तार किए गए चोरों की सूची तैयार करें. इसमें उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर और परिवार की जानकारी शामिल होनी चाहिए. इसके अलावा, चोरी के तुरंत बाद इन संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ भी की जाए.
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सीसीटीवी और टीआईपी परेड से अपराधियों तक पहुंचेगी पुलिस
एसएसपी ने कहा कि चोरी के मामलों में सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे संदिग्धों की पहचान के लिए टीआईपी (टेस्ट आइडेंटिफिकेशन परेड) कराई जाए. इसके बाद उनके फिंगरप्रिंट को घटनास्थल से मिले फिंगरप्रिंट से मिलान किया जाए, ताकि अपराधी पकड़े जा सकें. इस कड़े फैसले के बाद जिले में चोरी की घटनाओं पर लगाम लगने की उम्मीद है. पुलिस अब हर छोटी-बड़ी चोरी की घटना को गंभीरता से लेगी और वैज्ञानिक तरीकों से जांच कर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाएगी.
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