पटाखों की बिक्री पर रोक का जिला प्रशासन का आदेश कागजों में ही सिमट कर रह गया. बाजारों में चौक-चौराहों और मुहल्लों में खुले आम पटाखों की बिक्री हो रही है. बाजारों में पटाखों की दुकानें सज गयी हैं. धमाकेदार पटाखों व फुलझड़ियों की खुलेआम बेची जा रही है और लोग यह सोंच कर जल्दबाजी में खरीद रहे हैं कि पटाखों पर रोक के बावजूद बेचा जा रहा है.
अगर जल्दी नहीं खरीदे, तो कहीं बंद न हो जाएं ये दुकान. बीते कुछ दिनों पहले डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा की संयुक्त बैठक में पटाखों की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया था. इसकी निगरानी के लिए टीम भी बनायी गयी और साथ ही थानों की पुलिस को भी अपने-अपने क्षेत्र में पटाखों की बिक्री पर नजर रखने को कहा गया. इसके बावजूद खुलेआम पटाखों की बिक्री हो रही है.
महंगे पटाखे और दुकानों पर भारी भीड़
प्रभात खबर के संवाददाता ने बुधवार को पटना के कई इलाकों का जायजा लिया. ऐसा कोई भी थाना क्षेत्र नहीं दिखा, जहां पटाखों की बिक्री न हो रही हो. रोक के बावजूद भी दुकानदार काफी पहले से सेंटिंग ठोक कर पटाखे बेचने की तैयारी में थे. उन्हें प्रशासन की रोक व आदेश से कोई फर्क नहीं पड़ा. महंगे-महंगे पटाखे दुकानदार बेच रहे हैं और लोग खरीदते दिख रहे हैं.
हर साल रोक की अफवाह उड़ता है भइया…
संवाददाता ने पत्रकार नगर थाने की ठीक बगल में पटाखा बेच रहे दुकानदार से बातचीत की. पूछा कि पटाखा बेचने पर तो रोक लगी है, आप फिर भी बेच रहे हैं. पुलिस वाले मना करेंगे, तो. उसने तुरंत जवाब दिया कि पिछले साल भी पटाखा बेचने पर रोक थी, लेकिन बिक्री हुई न. यह हर साल अफवाह उड़ती है और फिर भी बिक्री होती है. यह सब सिर्फ पटना सिटी के दुकानदारों को डराने के लिए किया जाता है.
जिला प्रशासन की टीम द्वारा धावा दल बनाया गया है. पटाखों की दुकानों को चिह्नित कर कार्रवाई करने का आदेश भी दिया गया है. – राजीव मिश्रा, एसएसपी, पटना
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